जूही चावला के पक्षधर खोसला और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल भी हो गए शर्मसार
5जी को लेकर फैल रही अफवाहों से सरकार और जनता ही नहीं, अदालत भी परेशान हो चुकी है। क्योंकि इसी मामले में जानी मानी अदाकार जूही चावला ने दिल्ली हाईकोर्ट में ये कहते हुए PIL डाली कि इससे पंछी मरते हैं, कीट पतंगे मर जाते हैं और भारत सरकार ने जो 5जी के रोलआउट की इजाजत दी है, उसपर पाबंदी लगनी चाहिए।
जूही की इन खबरों ने पहले से ही 5जी अफवाहों से भरे सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोंरी, लेकिन जब दिल्ली हाईकोर्ट ने जूही चावला से इस मामले में पंछी मरने और रेडिएशन से नुकसान के सुबूतों की जानकारियां मांगी, तो उनके दलीलें किसी भी लॉजिक पर खरे नहीं उतर पाईं। अदालत ने जूही चावला से ये भी पूछा कि क्या आपने अदालत में आने से पहले भारत सरकार के द्वारा 5जी कंपनियों को तकनीक को लेकर दी गई हिदायतों, रूल्स को पढ़ा है, क्या आपने इसके बारे में भारत सरकार के दूरसंचार मंत्रालय के रुख को समझा है, क्या आपने भारत सरकार से इस मामले को उठाया है तो ना तो जवाब ना में मिला।
अदालत ने जूही चावला की PIL पढ़ने और सवाल जवाब के बाद कहा कि
“ऐसा लगता है कि ये PIL एक पब्लिसिटी स्टंट था और जूही चावला ने सुनवाई के लिंक को बेवजह सोशल मीडिया पर भी सांझा किया- दिल्ली हाईकोर्ट “
“It appears suit was for publicity. Juhi Chawla circulated link of the hearing on social media: Delhi High Court”
आपको बता दें कि जूही चावला ने अदालत की सुनवाई से पहले एक वीडियो बनाकर अदालती कार्यवाही में शामिल होने के लिए जनता को सोशल मीडिया पर लिंक भी शेयर किया था जिसकी वजह से बहुत से ऐसे लोग ऑनलाइन सुनवाई में शामिल हो गए, जिन्होंने सुनवाई के बीच में गाने बजाने शुरु कर दिए।
अदालत ने इन सभी शरारती तत्वों पर भी अदालत के अपमान के कानून के तहत कार्यवाही के आदेश दिए हैं।
कपिल सिब्बल भी हुए शर्मसार!
गौरतलब है कि इस सुनवाई में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वकील कपिल सिब्बल ने भी खूब दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन जिस तरह से अदालत में जूही चावला के पक्ष की ओर से दलीलें दी गईं और अदालत ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई, उसे देखकर कपिल सिब्बल भी खामोश और शर्मसार से दिखे।
इसी केस के साथ अब 5जी की अफवाहों पर भी पूर्णविराम लग चुका है।