गाजा पट्टी में बृहस्पतिवार को इस्राइली सेना द्वारा किए गए दो हवाई हमलों में 54 फलस्तीनी मारे गए हैं। इन हमलों में तीन बच्चों समेत हमास पुलिस बल के दो उच्च पदस्थ अधिकारी शामिल हैं। पहला हमला गाजा के मुवासी क्षेत्र में हुआ, जिसे इस्राइल ने पहले “मानवीय क्षेत्र” घोषित किया था। यह क्षेत्र शरणार्थी शिविर के रूप में उपयोग किया जा रहा था, जहां ठंड और बारिश के बीच सैकड़ों विस्थापित लोग तंबुओं में शरण ले रहे थे।
दूसरा हमला मध्य गाजा पट्टी में हुआ, जिसमें आठ लोग मारे गए। नासेर अस्पताल ने जानकारी दी कि इस हमले में तीन बच्चे, तीन महिलाएं और चार पुरुष अपनी जान गंवा बैठे। मृतकों में गाजा पुलिस के महानिदेशक मेजर जनरल महमूद सलाह और उनके डिप्टी ब्रिगेडियर जनरल होसम शाहवान शामिल थे।
हमलों के बाद गाजा में कानून-व्यवस्था की स्थिति और बिगड़ने की संभावना है। हमास की पुलिस, जो युद्ध से पहले सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने में सक्रिय थी, अब कई क्षेत्रों में नजर नहीं आ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में मानवीय संकट और गहराता जा रहा है। उत्तरी गाजा में दो साल से कम उम्र के 20% बच्चे गंभीर कुपोषण का सामना कर रहे हैं, जबकि राफा क्षेत्र में 10% बच्चे पर्याप्त पोषण से वंचित हैं। भोजन की कमी के चलते अधिकांश लोग दिन में केवल एक वक्त का खाना खा रहे हैं, और वयस्क अपने बच्चों को भी पर्याप्त भोजन नहीं दे पा रहे हैं।
इस्राइली सेना ने अब तक इन हमलों पर कोई टिप्पणी नहीं की है। गाजा में हालात तेजी से खराब हो रहे हैं, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ से त्वरित सहायता की जरूरत महसूस की जा रही है।