76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर डेयरी मंत्रालय द्वारा 500 विशेष अतिथियों के साथ सम्मान और संवाद सत्र आयोजित किया गया!

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76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने, करीब 500 किसानों को उनके परिवार के साथ एक विशेष इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया, जो राष्ट्रीय गोकुल मिशन और प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थी हैं। इन विशेष अतिथियों को आज राष्ट्रीय राजधानी में मंत्रालय द्वारा आयोजित एक संवाद सत्र में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री (एमओएफएएच एंड डी) और पंचायती राज मंत्री (एमओपीआर) राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह के साथ-साथ एमओएफएएच एंड डी और एमओपीआर राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल और एमओएफएएच एंड डी और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन तथा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम के दौरान मछुआरों में बबीता राजेश, उत्तराखंड, दिगबिजॉय दास भौमिक, त्रिपुरा और संगिनी सीताराम घायल, महाराष्ट्र और पशुधन किसान वी. जोसेफ, केरल, तारिक अहमद खान (एआई तकनीशियन), कश्मीर और सुमन कुमार साह, बिहार से शामिल थे। इस अवसर पर इन सभी को केंद्रीय मंत्री और राज्य मंत्रियों के साथ बातचीत करने का अवसर मिला, जिसमें उन्होंने सत्र के दौरान अपने व्यक्तिगत अनुभव, चुनौतियों और आकांक्षाओं को साझा किया। इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान मछुआरों में बिहार से चन्द्रशेखर प्रसाद, केरल से फातिमा सुहारा, उत्तर प्रदेश से रजनीश कुमार, लद्दाख से फातिमा बानो और असम से धुरुबज्योति ब्रह्मा को मत्स्य पालन क्षेत्र के विकास में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। वहीं जम्मू से पशुपालक लोकेश कुमार, तमिलनाडु से ग्रुवम्मल, बिहार से कुंदन तिवारी, केरल के बायजू ईवी और तमिलनाडु के राकेश कुमार को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।

अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह ने देश के विकास में किसानों और मछुआरों के अमूल्य योगदान की सराहना की और उनके समर्पण और कड़ी मेहनत की प्रशंसा की। उन्होंने खेती और मत्स्य पालन समुदायों के कल्याण के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई और ग्रामीण आजीविका के उत्थान और पशुधन और मत्स्य पालन क्षेत्र में सतत् विकास सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय द्वारा की गई प्रमुख पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने लाभार्थियों को निरंतर समर्थन और विकास के अवसरों का आश्वासन दिया।

राज्य मंत्री (एफएएचडी) प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि किसान और मछुआरे भारत में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों को आकार देने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। जबकि राज्य मंत्री (एफएएचडी)जॉर्ज कुरियन ने लाभार्थियों की उल्लेखनीय उपलब्धियों को स्वीकार करते हुए, उन्हें अपने संबंधित क्षेत्रों में बेहतर प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) की सचिव अलका उपाध्याय ने पशुधन और डेयरी क्षेत्र में विभिन्न सरकारी पहलों के तहत हुई प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने उत्पादकता बढ़ाने और किसानों को सशक्त बनाने में नवाचार और सहयोग के महत्व को भी रेखांकित किया। मत्स्य पालन विभाग (डीओएफ) के सचिव डॉ. अभिलक्ष लिखी ने मत्स्य पालन क्षेत्र की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में मत्स्य पालन की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने इस क्षेत्र में विभिन्न सरकारी पहलों के तहत हासिल की गई उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला।

वर्षा जोशी, अतिरिक्त सचिव, डीएएचडी, सागर मेहरा, संयुक्त सचिव, डीओएफ के साथ-साथ मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे।