
असम का कामाख्या शक्तिपीठ वो स्थान है जहाँ देवी की मूर्ति नहीं, बल्कि एक जीवित शक्ति की पूजा होती है।
मंदिर के गर्भगृह में एक प्राकृतिक कुंड है, जहाँ से निरंतर जल बहता रहता है — इसे देवी की अद्भुत शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
हर साल अम्बुवाची मेला के दौरान यहां लाखों भक्त दर्शन के लिए उमड़ पड़ते हैं।
यहां तांत्रिक साधना की ऐसी गहराई है जो दुनिया के हर रहस्य को मात देती है।
मां कामाख्या से मांगी हर मनोकामना होती है पूरी!
कहा जाता है, यहां की मिट्टी में भी देवी की शक्ति बसती है — हर कण में चमत्कार है।
जो श्रद्धा से आता है, वह खाली हाथ कभी नहीं लौटता !













