
गंगा सप्तमी का पर्व मां गंगा को समर्पित है. इस दिन को हिंदू धर्म में गंगा पूजन या गंगा जयन्ती के नाम से भी जाना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन मां गंगा का पुनर्जन्म हुआ था. हर वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा सप्तमी का पर्व मनाया जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा घरती पर प्राकट्य हुईं थी. इस दिन स्नान दान का विशेष महत्व होता है.
गंगा सप्तामी की तिथि की शुरूआत 3 मई को सुबह 07:51 मिनट पर होगी. तिथि का अंत 4 मई को सुबह 07:18 मिनट पर होगा. इसीलिए गंगा सप्तमी 3 मई, 2025 शनिवार के दिन मनाई जाएगी. गंगा सप्तमी मध्याह्न मुहूर्त सुबह 10.58 मिनट से लेकर दोपहर 1.38 मिनट तक रहेगा. इसकी कुल अवधि 2 घंटे 40 मिनट की रहेगी.