श्री कृष्ण जी की आरती
श्री कृष्ण जी की आरती
जय श्री कृष्ण हरे-स्वामी जय श्री श्याम हरे। स्वामी…
जय-जय देवकि नंदन-2, शोभा धाम हरे।। ॐ..
देवि धरा अकुलाई, जब-जब हे स्वामी। स्वामी…..
शरण तुम्हारी आई-हे अंतरयामी।।।
सतयुग-वामन-नरसिंह, मत्स्य रूप धारा। स्वामी…..
प्रश्नि गर्भ-कच्छप बनि, परशुराम प्यारा।। ॐ…
त्रेता राम सुखारे बनि, रावण मारा। स्वामी….
पृथ्वी भार उतारे, जय करूणा गारा।। ॐ…
द्वापर व्यास रूपधरि, कथि पुराण गाए। स्वामी…..
बने कृष्ण-बलरामा, भक्तन मन भाए।। ॐ…
श्री वसुदेव-देवमी यशुदा नंद राई। स्वामी…..
इनको तारन आए, वनि के यदु राई।। स्वामी….
मंगलकारी मन भावन, चरण कमल तोरे। स्वामी…..
राधा हृदय विराजै, त्यों राजै मोरे।। ॐ…
बंशी मधुर बजाई, हरिए दु:ख मेरे।
शरण पड़ा मैं आई, दुःख भंजन तेरे।। ॐ…
जैसे भक्त उबारे, द्वापर मां आई। स्वामी…..
आन उबारों देवा, हरे भक्त ध्याई। ॐ…
तुम बिन कौन हमारा, हे बंसरी वाले। स्वामी….
मैं हूँ नाथ तुम्हारा, ओ जग रखवाले। ॐ…
मनहारी-सुखकारी की आरती जो गावै। स्वामी…..
‘कमलानंद’ कहैं सो, वांछित फल पावै।। ॐ…
श्री श्री 1008 गुरु कमलानंद जी महाराज द्वारा रचित
बाबा महावतार सेवा ट्रस्ट(रजि.)
मंदिर-
(श्री काली देवी मंदिर, बैंक कॉलोनी, नजदीक, रेलवे फाटक,
सीएमसी अस्पताल, हिसार, हरियाणा)
धाम-
(बड़वा धाम, हिसार, राजगढ़ रोड़, SH52 बड़वा)