आरती जय गजबदन तुम्हारी
आरती जय गजबदन तुम्हारी
दूर करो प्रभु विपत हमारी। आरती जय……….
जय रिद्धि सिद्धि दातार गजानन। श्वेत शरीर श्वेत पट धारण।
कृपा दास पर कीजै मेरे देवा।। करें भक्त सुख-नर-मुनि सेवा।।
जय हो मूषक के असवारी। आरती जय….
आरती जय शिव-ब्रह्मा-भगवाना। जय हो प्रभु कृपालु भगवाना।
जय घट-घट वासी अनिवासी।। दीनबंधु भक्तन सुखराशी।
विनती सुनिए नाथ हमारी।। आरती जय………….
आरती राम सिया सुखदायक। जय शेषावतार प्रभु पायक।
जय रिपुदमन भरत हनुमाना। जय अंगद सुग्रीव सुजाना।
आरती रीछ असुरपति थारी। आरती जय..
जय श्री राधा कृष्ण मुरारी। जय जय जय बलराम तुम्हारी।
जय नृसिंह भगवाना। जय वामनवतार सुज्ञाना।।
आरती श्री हरियान तुम्हारी। आरती जय…………..
आरती नवदुर्गा महारानी। महालक्ष्मी जयति भवानी।
जय चामुंडा जय महाकाली। करो कृपा नवदुर्गा दयाली।।
आरती गायत्री माँ थारी। आरती जय…………
आरती सुरपति सब देवन की। जय हो सदा भक्त संतन की।
दया दृष्टि सब मिली बरसावौ। भैरव अपनी शरण लगावौं।।
करउँ आरती शुभ सुखकारी। आरती जय…………….
दीनदयाल दीन हितकारी। जो कहाउ श्रीपति असुरारी।
हरौ दु:ख अघ मद अज्ञाना। जय हो प्रभु कृपाल भगवाना।।
विनय यही ‘कमलानंद’ धारी। आरती जय…….
श्री श्री 1008 गुरु कमलानंद जी महाराज द्वारा रचित
बाबा महावतार सेवा ट्रस्ट(रजि.)
मंदिर-
(श्री काली देवी मंदिर, बैंक कॉलोनी, नजदीक, रेलवे फाटक,
सीएमसी अस्पताल, हिसार, हरियाणा)
धाम-
(बड़वा धाम, हिसार, राजगढ़ रोड़, SH52 बड़वा)