यहां स्थित बृहस्पति के
कारण आप धार्मिक आचरण करते हुए संसार में पूज्य होंगे। आप निर्भीक प्रकॄति के सुखी इंसान
हैं। आप परोपकारी हैं और विश्वबंधुत्त्व की भावना रखते हैं। आप कम
बोलने वाले उदार व्यक्ति हैं। फिर भी अप्रिय सम्भाषण और आलस्य से भी बचाव करना
चाहिए। आपकी रुचि आध्यात्म और गूढशास्त्रों में होनी चाहिए। आप पुराने
रीति रिवाजों को भी बहुत महत्त्व देते हैं।
दान पुण्य के कार्यों में आपका बहुत विश्वास
है यही कारण है कि आप बडे से बडा दान करने से नहीं हिचकिचाते। लेकिन फिजूलखर्ची
आपको पसंद नहीं है। फिर भी आपको दूसरों के प्रति द्वेष नहीं रखना
चाहिए। जीवन में कई बार आपको विदेश प्रवास व अन्य यात्राओं का मौका मिलेगा।
देशत्याग, अज्ञातवास तथा दूर प्रदेशों के प्रवास से
आपको लाभ और कीर्ति की प्राप्ति होगी।
यदि आप, चिकित्सक, लोकसेवक सम्पादक, वेदज्ञानी, धर्मगुरु या सम्पादक हैं तो यहां स्थित बृहस्पति आपके
लिए बडा शुभफलदायी रहेगा। आपके लिए आपकी उम्र का मध्यभाग तथा उत्तरार्ध अच्छा रहेगा। आपको
अन्न की कभी भी कमी नहीं होगी। आप अपने जीवन काल में धन, सम्पत्ति, सोना, वस्त्र आदि पर्याप्त मात्रा में पाएंगे। पिता के द्वारा
भी आपको खूब धन मिलेगा। लेकिन संतान की संख्या कम रह सकती है।