नवमें भाव में बृहस्पति
होने के कारण आप स्वभाव से धार्मिक हैं और सच बोलना आपकों पसंद है। आप नीतिमान, विचारशील और माननीय व्यक्ति हैं। देवताओं,
ब्राह्मणों और गुरुजनों में आपकी अपार श्रद्धा
होगी। आप दान पुण्य में विश्वास करने वाले व्यक्ति हैं। आप भक्त,
योगी, वेदान्ती, शास्त्रज्ञ, विद्वान और अपने कुल की परम्परा को मानने
और आगे बढाने वाले व्यक्ति होंगे।
आप शांत, सदाचारी, और उच्च विचार वाले हैं। आप सभी शास्त्रों
और कलाओं से परिपूर्ण,
व्रती और देवपितॄभक्त होंगे। आपको तीर्थ
यात्रा और धार्मिक कार्यों से बडा लगाव होगा। आप पराक्रमी, यशस्वी, विख्यात, मनुष्यों में श्रेष्ठ, भाग्यवान और साधु स्वभाव के होंगे। आप अपनी
उम्र के पैंतीसवें वर्ष में देव यज्ञ कर सकते हैं। आपको मकान का पूर्ण सुख मिलेगा।
आप न्यायकर्ता या लेखक हो सकते हैं। आप मंत्री,
नेता या प्रधान भी हो सकते हैं। आप कानूनी काम,
क्लर्क का काम, धार्मिक विषयों, वेदांत और दूर के प्रवास के माध्यम से भी आजीविका चला सकते
हैं। आप राजा या सरकार के बडे करीबी या प्रेम पात्र होंगे। आपके पास भी
राजाओं जैसा ऐश्वर्य होना चाहिए। आप भाई, मित्रों और सेवकों से युक्त होंगे। लेकिन
आपको चाहिए कि किसी भी काम को अधूरा न छोडें और आलस्य से बचें।