महाराष्ट्र की इस झील को एक नजर देखते ही आपके मन में Astrophysics की कई थ्योरीज घूमने लगी होंगी ,जी हां.. ये वहीं जगह है जहां कोई विशालकाय उल्कापिंड आकर धरती से टकराया होगा और शायद उसी की वजह से धरती से डायनासोर्स का सर्वनाश हो गया होगा। लेकिन इससे भी बड़ी थ्योरी जो आपको कभी पढ़ाई नहीं गई होगी, वो दर्ज है स्कंदपुराण में जिसमें बताया गया है कि ये जगह लोनासुर राक्षस की गुफा थी जिसने दूर-दराज के लोगों को भयभीत कर रखा था और भगवान विष्णु ने दैत्यसुदन रुप लेकर इस राक्षस का नाश किया था।
कई प्राचीन मंदिर भी मौजूद
यहां अतिप्राचीन दैत्यसुदन मंदिर के साथ-साथ आपको कई प्राचीन मंदिर भी देखने को मिलेंगे। ये झील भारत के Natural Wonders में शुमार है और अगर आप यहां जाने की सोच रहे हैं तो औरंगाबाद एयरपोर्ट से ये जगह केवल 157 किलोमीटर दूर है।