जोधपुर में 120 मीटर ऊंची एक पहाड़ी पर बना मेहरानगढ़ किला दिल्ली के कुतुब मीनार की ऊंचाई (73 मीटर) से भी ऊंचा है।
मेहरानगढ़ किले के परिसर में सती माता के मंदिर के अलावा कई बेहतरीन चित्र और म्यूजियम में पालकियों, पोशाकों, संगीत वाद्य और शाही पालनों जैसी कई देखने लायक चीजें हैं। किले की दीवारों पर तोपें भी रखी गयी हैं जो इसकी सुंदरता को चार चांद लगाती हैं।
किले से सीमापार का पाकिस्तान भी साफ दिखाई पड़ता है और इसी वजह से 1965 में पाक सेना ने मेहरानगढ़ के किले को तबाह करने की खूब कोशिश की, लेकिन माना जाता है कि माता की कृपा से यहां किसी का बाल भी बांका नहीं हुआ।
किले में मोती महल, शीश महल, शस्त्रागार यानी Weaponry, तोपें, पेंटिंग्स और संग्रहालय भी देखने लायक हैं।