केरल के पत्तनमथिट्टा जिला प्रशासन ने करीब 900 लोगों को निगरानी में रखा है। प्रशासन ने उन स्थानों की पहचान करने के बाद यह कदम उठाया है जहां रन्नी के एक परिवार के तीन सदस्य गए थे। ये लोग कोरोना वायरस से प्रभावित इटली से पिछले महीने केरल लौटे थे। ये कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। राज्य के एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिलाधीश और जिला चिकित्सा अधिकारी (डीएमओ) के नेतृत्व वाले करीब 16 दल उन स्थानों की पहचान करने के लिए जिले भर में गए जहां परिवार के लोग गए थे।
दल ने उन लोगों का भी पता लगाया जिनके संपर्क में ये लोग आए थे। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के. के. शैलजा ने कहा, ‘‘स्वदेश लौटने पर परिवार जिन-जिन स्थानों पर गया उसका एक चार्ट तैयार किया गया और उसे एक मानचित्र में दिखाया गया है ताकि अगर लोग उनके संपर्क में आए होंगे तो खुद से अधिकारियों को सूचित करें।’’ मंत्री ने शुक्रवार को विधानसभा को बताया कि मरीज जहां-जहां गया था उसका चार्ट जारी किया गया क्योंकि परिवार चिकित्सा विभाग को सबकुछ नहीं बता रहा है। पत्तनमथिट्टा के डीएमओ ने पीटीआई-भाषा को बताया कि परिवार का यात्रा मानचित्र जारी करने के बाद अधिकारियों को जिले के कई स्थानों से सैकड़ों फोन कॉल आ रहे हैं।
बृहस्पतिवार तक स्वास्थ्य विभाग ने 896 लोगों को जिले में निगरानी में रखा। पत्तनमथिट्टा में 862 लोगों को घरों में अलग रखा गया है जबकि 34 लोग अलगाव वार्ड में भर्ती हैं।अधेड़ उम्र का एक दंपत्ति और उनका 24 साल का बेटा 29 फरवरी को कोचिन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचा था और उन्होंने हवाईअड्डा अधिकारियों को अपने यात्रा इतिहास के बारे में कथित तौर पर नहीं बताया था। ये तीनों सात मार्च को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। इसके साथ ही पत्तनमथिट्टा जिले में अपने गृह नगर रन्नी में उनके साथ रह रहे उनके दो रिश्तेदार भी संक्रमित पाए गए।