सिगरेट पीने से रोका तो महिला को उतारा मौत के घाट…

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छट पर्व के लिए पंजाब से बिहार जाने वाली जालियांवाला बाग एक्सप्रेस की जनरल बोगी में एक महिला को कुछ युवकों नें सिर्फ इस लिए मौत के घाट उतार दिया कि महिला ने उन्हे सिगरेट पीने से मना कर दिया था। सिगरेट पीने से रोकने पर हुए विवाद में तीन युवकों ने 50 साल की चिंता देवी पर हमला कर दिया। वह छठ करने के लिए बेटे-बहू के साथ घर जा रही थी। बेटे-बहू भी हमले में जख्मी हो गए। मारपीट करने वाले दो युवक चेन पुलिंग करके रास्ते में उतरकर भाग गए, जबकि एक को पकड़ लिया गया। चिंता देवी बिहार के डेहरी आनसोन में डालमियानगर थाने के मखरिन गांव की रहने वाली थी। उनका बेटा राहुल जालंधर में नौकरी करता है।सिगरेट पीने से रोका तो महिला को उतारा मौत के घाट...शनिवार रात ढाई बजे बरेली से ट्रेन के आगे बढ़ने के बाद ऊपर वाली सीट पर बैठे आजमगढ़ के थाना कप्तानगंज क्षेत्र के गांव राजापट्टी निवासी सोनू व उसके दो साथियों ने सिगरेट पीनी शुरू कर दी. इस पर चिंता देवी ने बीमारी का हवाला देते हुए युवकों को टोका, लेकिन युवक उनसे अभद्रता करने लगे।
चिंता देवी के बेटे राहुल ने इसका विरोध किया तो तीनों हमलावर हो गए। उन्होंने राहुल को जमकर पीटना शुरू कर दिया। बचाव करने पर बबिता व चिंता देवी को भी पीटा। चिंता देवी को ज्यादा चोटें आईं, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद आरोपितों ने बरेली कैंट के आगे चेनपुलिंग कर दी। दो युवक ट्रेन से उतरकर भाग गए लेकिन सोनू को अन्य यात्रियों ने पकड़ लिया, बाद में जीआरपी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सिगरेट पीने से रोका तो महिला को उतारा मौत के घाट...पीड़ित राहुल ने बताया कि मारपीट के बाद उसने चनेटी के पास चैन पुलिंग कर ट्रेन रोकी और इसके बाद लोको पायलट को मामले की जानकारी दी। सूचना के बाद ट्रेन को लोको पायलट और गार्ड ने शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन पर 3:15 बजे प्लेटफार्म नंबर एक पर रोका। जीआरपी ने चिंता देवी को ट्रेन से उतरने के बाद जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया।