दुनिया में लोगों के सामने दुख-सुख तो आते जाते रहते हैं। लेकिन शादी के बाद अगर बच्चे न हों तो उस महिला से लोग समाज में भेदभाव सा मानने लगते हैं। शादी के बाद मां बनना जीवन की सबसे बड़ी खुशी होती है। घर में नए मेहमान का आना माता-पिता दोनों के लिए ही बेहतरीन तोहफा होता है। लेकिन आप मोटापे का शिकार हैं यानी आपका वजन बहुत ज्यादा है तो आपके लिए गर्भपात का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
लेकिन कभी-कभी किसी कारणवश मिसकैरेज यानी कि गर्भपात होने के चलते माता-पिता दोनों ही बेहद दुखी होते हैं। गर्भपात किसी वजह से भी हो सकता है। लेकिन इस सदमे के बाद मां के अंदर बस एक ही सवाल होता है, कि आखिर उसके साथ ही ऐसा क्यों हुआ। इसलिए गर्भपात से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत होती है।

प्रेग्नेंसी पर आपके शारीरिक स्वास्थ्य का बहुत ज्यादा असर पड़ता है। CDC की रिपोर्ट के मुताबिक इन दिनों बहुत सी महिलाएं प्रेग्नेंसी से पहले ही मोटापे का शिकार होती हैं और फिर प्रेग्नेंसी के दौरान और ज्यादा वजन बढ़ने से प्रेग्नेंसी में कॉम्पिलकेशन्स बढ़ जाते हैं।
अगर मां बनने वाली महिला के शरीर में किसी भी तरह की हॉर्मोन से जुड़ी समस्या है। अगर प्रोजेस्टेरॉन हॉर्मोन के सिक्रिशन में कमी हो जाए तो भ्रूण के इम्प्लांट होने में भी मुश्किल आ सकती है, जो गर्भपात का एक कारण बन सकता है। यदि पहले एक से अधिक बार गर्भपात हो चुका है। तो 30 साल के बाद गर्भपात की दर बढ़ जाती है। इसके अलावा मधुमेह, किडनी रोग या थायराइड रोग भी गर्भपात के कारण बन सकते हैं।













