
आजकल मोबाइल और लैपटॉप पर लगातार झुककर काम करने की आदत, गलत तरीके से सोना और घंटों एक ही पोजीशन में बैठना गर्दन दर्द की सबसे बड़ी वजह बनते जा रहे हैं। गर्दन में अकड़न या नेक स्टिफनेस अब सिर्फ उम्रदराज़ लोगों तक सीमित नहीं रही, बल्कि युवा और ऑफिस में काम करने वाले लोग भी तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। दर्द बढ़ने पर लोग अक्सर बाम, मालिश और दवाइयों का सहारा लेते हैं, लेकिन राहत कुछ समय के लिए ही मिलती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यदि रोज़ कुछ मिनट की एक्सरसाइज की जाए तो गर्दन की मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ता है और अकड़न काफी हद तक कम हो जाती है। इससे सर्वाइकल दर्द से बचाव भी संभव है।
कैसे कम होगी गर्दन की अकड़न? करें ये एक्सरसाइज
1. चिन टक (Chin Tuck)
सीधा बैठें या खड़े हों और रीढ़ को सीधा रखें। ठुड्डी को धीरे-धीरे पीछे की ओर खींचें, ताकि पीछे की मांसपेशियों में स्ट्रेच महसूस हो। 5-10 सेकंड रोकें और ऐसा 10 बार करें। यह गर्दन और पोस्टर दोनों को सुधारता है।
2. साइड रोटेशन (Side Rotation)
गर्दन सीधी रखते हुए पहले दाईं ओर झुकाएँ और कान को कंधे के पास लाने की कोशिश करें। 5 सेकंड रोककर सामान्य स्थिति में आएँ। फिर यही प्रक्रिया बाईं ओर करें। एक-एक साइड 5-6 बार दोहराएँ। इससे अकड़न और जकड़न कम होती है।
3. फॉरवर्ड- बैकवर्ड बेंड (Forward & Backward Bend)
सिर को पीछे की ओर झुकाकर कुछ सेकंड रोकें, फिर सामान्य स्थिति में लाकर आगे की ओर झुकाएँ। यह प्रक्रिया 5 बार दोहराएँ। यह गर्दन के आगे और पीछे दोनों हिस्सों की मांसपेशियों को स्ट्रेच करती है। यदि पीछे झुकाने में दर्द हो तो केवल आगे की स्ट्रेच करें।
4. शोल्डर श्रग्स (Shoulder Shrugs)
कंधों को कान की ओर उठाएँ, 3 सेकंड रोकें और छोड़ दें। इसे 10-12 बार करें। यह स्ट्रेस कम करता है और गर्दन-कंधों के दर्द में आराम देता है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि एक्सरसाइज के साथ मोबाइल को हमेशा आंखों की ऊंचाई पर रखना, लंबे समय तक एक जगह न बैठना और बीच-बीच में छोटे ब्रेक लेना बेहद जरूरी है। अगर दर्द लंबे समय तक बना रहे तो डॉक्टर से सलाह लेना भी आवश्यक है।
नियमित प्रयास से गर्दन दर्द को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है और सर्वाइकल की संभावना भी कम होती है।












