
सर्दियों के मौसम में बीमार पड़ने का जोखिम तेजी से बढ़ जाता है। ठंडी हवाओं और गिरते तापमान के बीच डॉक्टर और बड़े-बुजुर्ग अक्सर सलाह देते हैं कि ठंडा पानी न पिएं, बल्कि गर्म या गुनगुना पानी अपनाएं। लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि दोनों में से कौन सा पानी बेहतर है और किस समय कौन सा विकल्प अपनाना चाहिए।
गर्म पानी के फायदे
सर्दी-जुकाम, खांसी और नाक बंद जैसी समस्याओं में गर्म पानी काफी राहत देता है। विशेषज्ञों का मानना है कि चाय की तरह धीरे-धीरे चुस्कियां लेकर गर्म पानी पीने से गले की सूजन कम होती है और शरीर अंदर से गर्म रहता है। ठंड लग जाने या संक्रमण होने पर गर्म पानी तेजी से आराम दिलाता है, इसलिए इसे बीमार पड़ने की स्थिति में अधिक लाभकारी माना जाता है।
गुनगुना पानी क्यों है ज्यादा उपयोगी
सर्दियों में रोजमर्रा के उपयोग के लिए गुनगुना पानी सबसे बेहतर माना जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ठंडे पानी की बजाय गुनगुना पानी पीने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और इम्यूनिटी भी मजबूत रहती है। नियमित रूप से गुनगुना पानी पीने से शरीर में गर्माहट बनी रहती है और मौसमी बीमारियों का खतरा कम होता है।
कौन सा है बेहतर विकल्प?
दोनों ही प्रकार का पानी उपयोगी है बस वक्त और स्थिति के अनुसार चुनाव करने की जरूरत है।
बीमार होने पर: गर्म पानी सबसे ज्यादा फायदेमंद।
सामान्य दिनों में प्यास लगने पर: गुनगुना पानी सबसे बेहतर विकल्प।
विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में नियमित रूप से गुनगुना पानी पीना स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है, जबकि संक्रमण या सर्दी-जुकाम की स्थिति में गर्म पानी राहत देता है।













