दिल्ली ब्लास्ट मामले में बड़ा खुलासा, जांच में उत्तराखंड जुड़े मिले कनेक्शन

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दिल्ली के समीप हुए हालिया ब्लास्ट मामले की जांच में बड़ा मोड़ सामने आया है। सुरक्षा एजेंसियों ने खुलासा किया है कि घटना की कड़ियां उत्तराखंड से गहराई से जुड़ी हुई हैं। प्रारंभिक जांच में सात ऐसे कनेक्शन सामने आए हैं, जिनका सीधा या परोक्ष संबंध संदिग्ध आरोपियों से जुड़ता दिखाई दे रहा है। इस नई जानकारी के बाद जांच एजेंसियों ने उत्तराखंड में अपनी गतिविधियां और तेज कर दी हैं।

सूत्रों के अनुसार जिन सात कड़ियों की पहचान की गई है, उनमें कुछ नाम डॉक्टरों और प्लेसमेंट एजेंसियों से जुड़े लोगों के भी हैं। आशंका है कि ये लोग किसी न किसी रूप में आरोपी नेटवर्क के संपर्क में रहे हों सकते हैं। इसी आधार पर जांच टीमें उनके फोन रिकॉर्ड, बैंक ट्रांजेक्शन और यात्रा विवरण खंगालने में जुट गई हैं। प्रदेश के कई जिलों में तलाशी अभियान भी बढ़ा दिए गए हैं।

जांच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि संदिग्धों की उत्तराखंड में मौजूदगी, उनके संभावित ठिकानों और संपर्कों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। खासतौर पर वह नेटवर्क जांच के घेरे में है, जिसने पिछले कुछ महीनों में संदिग्ध आवाजाही को सहयोग दिया हो सकता है। प्लेसमेंट एजेंसियों की भूमिका इसलिए भी अहम है क्योंकि इनके माध्यम से कई राज्यों में लोगों का आवागमन होता है, जिसका दुरुपयोग आपराधिक या आतंकी नेटवर्क कर सकते हैं।

वहीं, डॉक्टरों के उन नामों पर भी निगरानी शुरू हो गई है, जो संदिग्धों के कॉल रिकॉर्ड में बार-बार सामने आए हैं। हालांकि फिलहाल किसी की भूमिका स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन एजेंसियों को शक है कि मेडिकल क्षेत्र से जुड़े कुछ लोग संदिग्धों को सहायता या आश्रय देने में शामिल हो सकते हैं।

उत्तराखंड पुलिस ने NIA और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ा दिया है। राज्य के कई हिस्सों में निगरानी कड़ी कर दी गई है और विशेष टीमें संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात की गई हैं।

अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच बेहद सतर्कता के साथ आगे बढ़ाई जा रही है। शुरुआती सुराग भले ही उत्तराखंड की ओर इशारा कर रहे हों, लेकिन एजेंसियां पूरे नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने के लिए व्यापक और बहु-स्तरीय जांच कर रही हैं। आने वाले दिनों में और भी महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।