
कनाडा के उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री मार्क कार्नी ने कहा है कि भारत और कनाडा के बीच आर्थिक और रणनीतिक रिश्तों में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है। उन्होंने माना कि मौजूदा वैश्विक आर्थिक माहौल और अमेरिका-कनाडा टैरिफ विवाद के बीच भारत के साथ नई साझेदारी दोनों देशों के लिए अवसरों का नया द्वार खोल सकती है।
कार्नी ने एक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सम्मेलन में कहा कि भारत आज विश्व की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और तकनीक, ऊर्जा, कृषि तथा शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा — अमेरिका के साथ कुछ व्यापारिक मतभेद ज़रूर हैं, लेकिन यह हमारे लिए भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं के साथ रिश्ते मजबूत करने का सही समय है।
कनाडाई वित्त मंत्री ने बताया कि दोनों देशों के बीच निवेश और नवाचार साझेदारी को गहराई देने पर बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि कनाडा भारतीय स्टार्टअप्स, नवीकरणीय ऊर्जा और ग्रीन टेक्नोलॉजी में निवेश को प्राथमिकता दे रहा है। साथ ही कृषि और शिक्षा क्षेत्र में भी द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की योजना है।
कार्नी ने भारत की डिजिटल प्रगति और इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि, भारत की आर्थिक नीतियां वैश्विक निवेशकों के लिए अत्यंत आकर्षक हैं। हम चाहते हैं कि कनाडाई कंपनियां भारत के विकास अभियान का हिस्सा बनें।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका-कनाडा टैरिफ विवाद के कारण ओटावा अब अपने व्यापारिक सहयोग का दायरा बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है, और भारत इसके लिए एक स्वाभाविक और भरोसेमंद साझेदार बनकर उभरा है।











