दिवाली पर अमावस्या का खास महत्व जानिए, चमकेगी किस्मत

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इस वर्ष दीपावली का पर्व 21 अक्टूबर को पूरे देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। धर्मनगरी हरिद्वार के पुरोहितों और ज्योतिषविदों के अनुसार इस बार अमावस्या और प्रतिपदा का अद्भुत संयोग बन रहा है, जो अत्यंत शुभ माना जा रहा है। इसी दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, दीपावली अमावस्या की रात यानी साल की सबसे अंधेरी रात में मनाई जाती है। यह वह समय होता है जब एक छोटा सा शुभ कार्य भी आपकी किस्मत को बदल सकता है। इस रात किए गए दान-पुण्य और पितरों के स्मरण से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है और रुके हुए कार्य बनने लगते हैं।

धर्मग्रंथों में उल्लेख है कि दीपावली के दिन यदि कोई व्यक्ति अपने पितरों की पसंदीदा वस्तु किसी जरूरतमंद को दान करता है, तो उससे पितरों को शांति मिलती है और व्यक्ति की कुंडली में चल रहे ग्रहदोष भी दूर होते हैं।

हरिद्वार के विद्वानों का कहना है कि यद्यपि इस बार तिथियों में भिन्नता के कारण कुछ भ्रम की स्थिति बनी हुई थी, परंतु 21 अक्टूबर को दिवाली पूजन करना ही सर्वाधिक शुभ और लाभकारी रहेगा।

इस प्रकार, इस दीपावली पर सिर्फ घर ही नहीं, मन और भाग्य को भी रोशन करने का अवसर मिलेगा।