
दीपावली से पहले केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाने का ऐलान किया गया। यह फैसला रबी विपणन सीजन 2025-26 से लागू होगा। इससे लाखों किसानों को सीधा फायदा मिलेगा और उनकी आय में इजाफा होगा।
कितना बढ़ा MSP?
कैबिनेट की मंजूरी के बाद गेहूं का MSP इस बार पिछले साल की तुलना में अधिक बढ़ाया गया है। हालांकि आधिकारिक आंकड़े अभी जारी किए जाने बाकी हैं, लेकिन अनुमान है कि किसानों को प्रति क्विंटल अब पहले से कहीं अधिक दाम मिलेंगे।
किसानों की जेब होगी मजबूत
विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़े हुए MSP से किसानों की आमदनी में मजबूती आएगी। लगातार बढ़ते उर्वरक, बीज और डीजल की कीमतों के बीच यह फैसला किसानों को नई ऊर्जा देगा। विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ा हुआ समर्थन मूल्य खेती में निवेश की क्षमता को भी बढ़ाएगा।
कृषि मंत्रालय ने कहा कि यह कदम न केवल किसानों के लिए राहत है, बल्कि देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में भी अहम है। मंत्रालय का मानना है कि गेहूं का उत्पादन बढ़ने से घरेलू जरूरतें पूरी होंगी और निर्यात की संभावनाएं भी बेहतर होंगी।
किसान संगठनों की प्रतिक्रिया
सरकार की घोषणा के बाद किसान संगठनों ने इसे स्वागत योग्य बताया। भारतीय किसान यूनियन के एक पदाधिकारी ने कहा– डीजल और खाद की महंगाई से किसान पर बोझ लगातार बढ़ रहा था। सरकार का यह फैसला राहत देगा। हालांकि हमारी मांग है कि MSP लागत का डेढ़ गुना तय किया जाए।
दीपावली पर खुशियों की सौगात
त्योहार से पहले आई इस घोषणा ने किसानों के बीच सकारात्मक संदेश दिया है। ग्रामीण इलाकों में लोग मान रहे हैं कि इस बार की दीपावली और भी रोशन होगी, क्योंकि गेहूं बोने वाले किसानों के चेहरों पर उम्मीद और खुशी की नई चमक लौट आई है।