
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर करीब आधे घंटे तक बातचीत की। यह बातचीत ट्रंप के आग्रह पर हुई थी, जिसमें दोनों नेताओं के बीच भारत-पाकिस्तान संघर्ष, हालिया पहलगाम आतंकी हमला और आतंकवाद जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
पीएम मोदी ने इस दौरान स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को सुलझाने में किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं रही है। भारत की स्थिति इस पर पहले से ही साफ रही है कि यह द्विपक्षीय मामला है और इसमें किसी बाहरी हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।
ट्रंप का न्योता, लेकिन पीएम ने जताई असमर्थता
बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को अमेरिका आने का न्योता भी दिया। विदेश सचिव विक्रम मिसरी के अनुसार, ट्रंप ने मजाकिया अंदाज़ में कहा, “जब आप जी-7 में कनाडा तक आ ही गए हैं, तो लौटते वक्त अमेरिका भी आ जाइए।” हालांकि पीएम मोदी ने कहा कि उनका शेड्यूल पहले से तय है और इसी वजह से वह यह न्योता स्वीकार नहीं कर पाएंगे।
इस बातचीत को भारत-अमेरिका संबंधों के लिहाज से अहम माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब दक्षिण एशिया में तनाव और सुरक्षा को लेकर चिंता लगातार बनी हुई है।