अक्षय तृतीया पर खुले गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट, चारधाम यात्रा 2025 का विधिवत शुभारंभ

3

अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर आज श्रद्धा और आस्था के बीच चारधाम यात्रा 2025 का विधिवत शुभारंभ हो गया। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट पारंपरिक विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ खोल दिए गए। अब श्रद्धालु मां गंगा और मां यमुना के दर्शन कर सकेंगे।

मंगलवार को अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11:57 बजे मुखबा गांव से मां गंगा की भोगमूर्ति विग्रह डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई थी। डोली ने भैरो घाटी में रात्रि विश्राम किया और बुधवार सुबह गंगोत्री धाम पहुंची। विधिविधान के साथ सुबह 10:30 बजे गंगोत्री मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।

वहीं दूसरी ओर, मां यमुना की डोली भी शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव से बुधवार सुबह 8:30 बजे यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। धाम पहुंचने के बाद मां यमुना की पूजा-अर्चना और स्नान आदि के पश्चात 11:55 बजे मंदिर के कपाट खोल दिए गए। कपाट खुलते ही “जय मां यमुना” और “हर हर गंगे” के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।

कड़ी सुरक्षा और यातायात प्रबंधन की विशेष व्यवस्था

चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिए प्रशासन ने इस बार व्यापक तैयारियाँ की हैं। यात्रा मार्ग को 15 सुपर जोन, 41 जोन और 217 सेक्टरों में बांटा गया है। इस बार 624 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो यात्रा मार्ग की निगरानी कर रहे हैं।

सुरक्षा के लिए 9 एएसपी/डीएसपी स्तर के अधिकारियों को विशेष जिम्मेदारियां दी गई हैं। पहली बार 10 अर्द्धसैनिक बलों की कंपनियों की भी मांग केंद्र सरकार से की गई है ताकि व्यवस्था और ज्यादा मजबूत बनाई जा सके। यात्रा मार्ग पर यातायात नियंत्रण के लिए तीन-चरणीय योजना (प्लान A, B और C) लागू की गई है। भीड़ की स्थिति के अनुसार वैकल्पिक मार्ग पहले ही चिह्नित कर लिए गए हैं और वहां भी अधिकारियों की तैनाती की गई है।

श्रद्धालुओं में भारी उत्साह

कपाट खुलते ही हजारों श्रद्धालुओं ने गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में दर्शन किए। भक्तों में गंगा और यमुना के दर्शन को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। यात्रा के पहले दिन से ही बड़ी संख्या में तीर्थयात्री उत्तरकाशी और यमुनोत्री मार्ग पर पहुंचे। चारधाम यात्रा का अगला चरण केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ पूर्ण होगा, जिसके लिए भी तैयारियाँ जोरों पर हैं।