वैश्विक अस्थिरता के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

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देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरराष्ट्रीय मंच से भारत की आर्थिक मजबूती पर भरोसा जताते हुए कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिर गति से आगे बढ़ रही है। उन्होंने यह बयान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की सलाहकार संस्था को संबोधित करते हुए दिया, जहां उन्होंने भारत की विकास यात्रा को “सही दिशा में बढ़ती हुई” बताया।

FY26 में 6.5% की ग्रोथ का लक्ष्य

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) के लिए 6.5% आर्थिक विकास दर का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि भारत की घरेलू खपत और निवेश में तेजी इस ग्रोथ का मूल आधार होगी। सीतारमण के मुताबिक, भारत की आंतरिक मजबूती और निरंतर हो रहे निवेश के चलते वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद देश की विकास दर स्थिर रह सकती है।

वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार द्वारा की गई नीतिगत सुधारों और बजट में दी गई कर रियायतों से निजी खपत को बढ़ावा मिला है। साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में भारी निवेश के चलते देश में इंवेस्टमेंट एक्टिविटी तेज हुई है, जो आने वाले वर्षों में और सशक्त होगी। सीतारमण ने यह भी बताया कि भारत का सेवाओं का निर्यात लगातार अच्छी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और भविष्य में इसमें और बढ़ोतरी की संभावना है। इससे न केवल देश को विदेशी मुद्रा प्राप्त हो रही है, बल्कि भारत की वैश्विक आर्थिक स्थिति भी और मजबूत हो रही है।

वित्त मंत्री ने देशवासियों को राहत देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण भारत में महंगाई दर नियंत्रण में रहेगी। FY26 के दौरान महंगाई दर लगभग 4% के आसपास रहने का अनुमान है, जिससे खरीद क्षमता में सुधार और जनजीवन में स्थिरता बनी रह सकती है।

IMF और वर्ल्ड बैंक ने की ग्रोथ रेट में मामूली कटौती

हालांकि, IMF और वर्ल्ड बैंक ने हाल ही में भारत की ग्रोथ रेट में हल्की कमी दर्ज की है। IMF ने 2026 के लिए भारत की ग्रोथ रेट को 6.5% से घटाकर 6.2% कर दिया है। वर्ल्ड बैंक ने इसे 6.7% से घटाकर 6.3% किया है। इन मामूली संशोधनों के बावजूद, भारत अभी भी दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है।

आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में आया बयान

वित्त मंत्री का यह आश्वस्त करने वाला बयान उस समय सामने आया है जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ी हुई हैं। इस संदर्भ में सीतारमण का बयान यह स्पष्ट संकेत देता है कि भारत सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता, दोनों को लेकर सजग है और किसी भी चुनौती के बावजूद विकास के पथ पर अडिग रहेगा।

निर्मला सीतारमण के इस मजबूत और आत्मविश्वास भरे वक्तव्य से स्पष्ट है कि भारत आंतरिक मजबूती, सुधारों की नीति, और वैश्विक सहभागिता के बलबूते, न केवल चुनौतियों का सामना कर रहा है बल्कि वैश्विक मंच पर अपनी आर्थिक पहचान और मजबूत कर रहा है।