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भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत हो गई है। पीएम मोदी ने समिट का उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम मोहन यादव, राज्यपाल, कैबिनेट मंत्री और देश के प्रमुख उद्योगपति मौजूद रहे। पीएम मोदी ने समिट को संबोधित करते हुए कहा बच्चों की परीक्षा के कारण मैं कार्यक्रम में देरी से पहुंचा। पीएम ने कहा कि आज पूरा विश्व भारत को सोलर पावर में सुपर पावर कह रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि पूरी दुनिया भारत को आशावादी निगाहों से देख रही हैं। पूरी दुनिया को भारत से बहुत आशाएं हैं। विश्व बैंक ने भी कह दिया है कि इस साल भारत दुनिया की फास्टेड इकोनाॅमी बना रहेगा। विश्व बैंक ने कहा कि कई देश बाते करते हैं जबकि भारत नतीजे लाता है।
पीएम ने कहा कि एमपी में 300 से ज्यादा औद्योगिक काॅरिडोर है। इसके अलावा हजारों एकड़ में औद्योगिक काॅरिडोर विकसित किए जा रहे हैं। हम सभी जानते हैं कि औद्योगिक विकास के लिए जल सुरक्षा बहुत जरूरी है। इसके लिए हम जल सरंक्षण और नदी जोड़ी योजना के जरिए आगे बढ़ रहे हैं। पीएम ने आगे कहा कि हाल ही में 45 हजार करोड़ की केन-बेतवा इंटरलिंकिंग प्रोजेक्ट पर काम चालू हुआ है। इससे मध्यप्रदेश में किसानों को सिंचाई के लिए भी जल मिलेगा।
पीएम ने कहा कि कभी एमपी में खराब सड़कों के कारण बसें नहीं चल पाती थीं। एमपी आज ईवी क्रांति में देश में लीडिंग स्टेट है। आज एमपी में 5 लाख किलोमीटर से अधिक का रोड नेटवर्क है। एमपी में लाॅजिस्टिक से जुड़े क्षेत्र की ग्रोथ तय है। मध्यप्रदेश कृषि के मामले में भारत के टाॅप राज्यों में शामिल है। खनिजों क मामले में भी टाॅप 5 राज्यों में है। एमपी में हर वो संभावना है जो इसे देश के टाॅप 5 राज्यों में शामिल कर सकता है।
समिट में प्रधानमंत्री ने कहा अगर एयर कनेक्टिविटी की बात करें तो यहां ग्वालियर और जबलपुर एयरपोर्ट के टर्मिनल का भी विस्तार किया गया है। एमपी के बड़े रेल नेटवर्क का भी आधुनिकीकरण किया जा रहा है। एमपी में रेल नेटवर्क का 100% विद्युतीकरण किया जा चुका है। भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की तस्वीरें आज भी सभी को लुभाती हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत मध्य प्रदेश के 80 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। पिछला दशक भारत के लिए ऊर्जा क्षेत्र के अभूतपूर्व विकास का रहा है। खासकर ग्रीन एनर्जी के मामले में भारत ने वो हासिल किया है जिसकी कल्पना करना भी मुश्किल था। दस साल में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में करीब 70 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया है। पिछले साल ही स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में दस लाख से ज्यादा नौकरियां पैदा हुई हैं।