आजकल के गलत खानपान तनाव और खराब जीवनशैली के कारण हार्मोनल इम्बैलेंस एक आम समस्या बन गई है। दरअसल, हार्मोंस हमारे शरीर के केमिकल मैसेंजर होते हैं, जो शरीर की कई गतिविधियों में अहम भूमिका निभाते हैं। हार्मोन असंतुलित होने के कारण कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में हार्मोंस का संतुलन बिगड़ने के कारण अचानक वजन बढ़ना, कब्ज, सिरदर्द, रात में नींद न आना, थकान, बाल झड़ना और स्किन से जुड़ी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। हालांकि, हार्मोनल इम्बैलेंस के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट उपलब्ध है। लेकिन योगाभ्यास एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है, जिससे आप इस समस्या को दूर कर सकते हैं। आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही योगासनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हार्मोनल इम्बैलेंस की समस्या को ठीक करने में मददगार साबित हो सकते हैं, आईये जानते हैं –
भुजंगासन
इस आसन को करने के लिए योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं, अपनी कोहनियों को कमर से सटा के रखें और हथेलियां ऊपर की ओर रखें। अब धीरे-धीरे सांस भरते हुए, अपनी छाती को ऊपर की ओर उठाएं। उसके बाद अपने पेट को धीरे-धीरे ऊपर उठा लें। इस स्थिति में 30 सेकंड तक रहें। अब सांस छोड़ते हुए, सिर को धीरे-धीरे जमीन की ओर नीचे लाएं।
इस प्रक्रिया को आप 3 से 5 बार दोहराएं।
उष्ट्रासन
इस आसन को करने के लिए जमीन पर घुटने के बल बैठ जाएं और दोनों हाथों को कूल्हों पर रखें। ध्यान रखें कि दोनों घुटने आपके कंधों के समानांतर हों। अब गहरी सांस लें और रीढ़ की निचली हड्डी पर आगे की तरफ दबाव डालें। इस दौरान पूरा दबाव नाभि पर महसूस होना चाहिए। इसके बाद अपने हाथों से पैरों को पकड़ें और कमर को पीछे की तरफ मोड़ें। इस स्थिति में 30-60 सेकंड रुकने के बाद आप धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ सकते हैं।
आप इस आसन को 3-5 बार दोहरा सकती हैं।
बालासन
इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं। अपने शरीर का सारा भार एड़ियों पर डाल दें। अब गहरी सांस भरते हुए आगे की ओर झुकें। ध्यान रहे कि आपका सीना जांघों से छूना चाहिए। फिर अपने माथे से फर्श को छूने की कोशिश करें। इस स्थिति में कुछ सेकंड तक बने रहने के बाद वापस सामान्य अवस्था में आ जाएं।
इस प्रक्रिया को 3-5 बार दोहराएं।
धनुरासन
इस आसन को करने के लिए योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। अपने दोनों हाथों को सीधा रखें। अब अपने घुटनों को मोड़ते हुए सांस छोड़ें। अपनी एड़ी को अपने नितंबों के पास लाएं। अब धनुषाकार होते हुए, अपने पैरों की उंगलियों को हाथों से पकड़ें। अब गहरी सांस लेते हुए अपनी छाती को जमीन से ऊपर उठाएं। फिर सांस छोड़े हुए, वापस प्रारंभिक मुद्रा में आ जाएं।
इस आसन को आप 3 से 5 बार कर सकते हैं।
सर्वांगासन
इस आसन काे करने के लिए योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने पैराें काे ऊपर उठाएं और अपने दाेनाें हाथाें से कमर काे सहारा दें। इस दौरान अपने पैराें काे एकदम सीधा रखें।
इस मुद्रा में 30-50 सेकंड रुकने के बाद सामान्य अवस्था में आ जाएं। इस प्रक्रिया को 3-5 बार दोहराएं।