बाबा बर्फानी का द्वार भक्तों के लिए खुल गया है। श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू कश्मीर स्थित अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए शनिवार को पहुंचने वाला है। इस बीच आज सुबह इस पवित्र गुफा में आरती की गई. वहां साधु-संतों ने पूजा-पाठ किया।
62 दिन की अमरनाथ यात्रा शनिवार से शुरू हो गई। पवित्र गुफा मंदिर की पहली तस्वीर भी सामने आई है। आज सुबह मंत्रोच्चार के साथ आरती की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे।तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे ने गुफा मंदिर की ओर अपनी यात्रा शुरू कर दी है। यात्रा 31 अगस्त को खत्म होगी।
पहले दिन जम्मू कश्मीर के गांदरबल में बालटाल आधार शिविर से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना हुआ। यात्रा को गांदरबल के डिप्टी कमिश्नर श्यामबीर ने श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
तीर्थयात्री आधार शिविर से दक्षिण कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर तक 12 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में बालटाल आधार शिविर पहुंचा था। उधमपुर जिले के टिकरी में काली माता मंदिर में जिला प्रशासन ने उनका स्वागत किया।
डिप्टी कमिश्नर श्यामबीर ने बताया- आज हम यहां से यात्रियों के पहले जत्थे को रवाना कर रहे हैं। इसमें करीब 7 से 8 हजार यात्री हैं। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के CEO मनदीप कुमार भंडारी ने बताया कि अब तक 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। पिछले साल के मुकाबले यह 10% ज्यादा है। रजिस्ट्रेशन अभी जारी है।
लंगर समितियों ने 22 लंगर बनाए
अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर के दो रास्ते बालटाल और पहलगाम से होकर गुजरते हैं। इन रास्तों पर 22 लंगर बनाए गए हैं। लंगर समितियों ने तीन दिन पहले से यात्रियों की सुविधाओं के लिए तैयारी शुरूकर दी थी। जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने गुरुवार को भगवती नगर स्थित यात्री निवास का दौरा किया था।
सिन्हा के अलावा श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष ने भोजन, आवास, सुरक्षा, समेत विभिन्न सुविधाओं का जायजा लेने कंट्रोल रूम पहुंचे। जम्मू के मंडलायुक्त रमेश कुमार ने उपराज्यपाल को बताया कि पिछले साल से सांबा और कठुआ में तीर्थयात्रियों की क्षमता बढ़ा दी गई है और प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त बसें तैनात की गई हैं।
ReadAlso;शनिवार से अमरनाथ यात्रा शुरू, इस बार गुफा के पास ITBP की तैनाती, सुरक्षा के इंतजाम किए गए
बालटाल से राह आसान, 10 किमी चौड़ी रोड
बालटाल वाला छोटा रास्ता इस बार काफी डेवलप हो चुका है। 16 किमी के रूट पर 11 किमी रोड बनने से राह आसान हो चुकी है। हालांकि 5 किमी रास्ता अब भी संकरा है। यात्रा की सुरक्षा को पांच लेयर में बांटा गया है। गुफा के पास पहली बार ITBP मोर्चे पर है।
सिम से लेकर गर्म कपड़े और रेनकोट तक सब उपलब्ध
श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर यह है कि बालटाल में ही 350 से 550 रुपए में एक महीने की वैलिडिटी के साथ सिम खरीद सकते हैं। यह हाथों-हाथ चालू भी हो जाती है। लंगर के आसपास ही गर्म कपड़े और ट्रैकिंग के सामान के साथ रेनकोट, छाता सब उपलब्ध है। रुकने के लिए टेंट भी 500 रुपए रोज में मिल सकेगा।