दिल्ली-मेरठ हाईवे पर रूट डायवर्ट कर हापुड़ भेजा तो वहां के अधिकारियों ने विरोध कर दिया। ऐसे में मंडलायुक्त अनीता सी. मेश्राम और आईजी राम कुमार के हस्तक्षेप के बाद हाईवे से भारी व हल्के कामर्शियल वाहनों का रूट डायवर्जन प्लान हटाया जा रहा है।
हापुड़ की जिलाधिकारी अदिति सिंह द्वारा दोनों अधिकारियों को पत्र लिखकर मांग की गई थी कि गाजियाबाद से रूट डायवर्जन किए जाने से एनएच-9 पर यातायात बाधित हो रहा है। पहले से नेशनल हाईवे पर निर्माण कार्य जारी है, ऊपर से रूट डायवर्जन की स्थिति में वाहनों का दबाव कहीं ज्यादा बढ़ जाता है। इससे जाम लगने पर आम नागरिकों व मरीजों को भारी परेशानी हो रही है।
मौजूदा वक्त में दिल्ली-मेरठ हाईवे की हालत बेहद खराब है। रोड जगह-जगह से टूटी पड़ी है। दुहाई से राजनगर एक्सटेंशन के बीच रैपिड ट्रेन निर्माण को लेकर रोड चौड़ीकरण का काम जारी है। इससे आए दिन रोड पर जाम की स्थिति रहती है। बीते महीने गणपति विसर्जन के अवसर पर 24 घंटे से अधिक जाम रहा था।
दोपहर में मेरठ से निकले लोग आधी रात तक गाजियाबाद नहीं पहुंच पाए थे। ऐसे स्थिति में 24 सितंबर को जिला प्रशासन ने हल्के व भारी कामर्शियल वाहनों के लिए रूट डायवर्जन जारी किया था, जिसके बाद से नियमित तौर पर प्रतिदिन सुबह सात से 11 बजे और शाम को पांच से रात के 10 बजे तक डायवर्जन लागू था।
डायवर्जन के हिसाब से गाजियाबाद से मेरठ जाने वाले कामर्शियल वाहनों को राजनगर एक्सटेंशन से एएलटी, हापुड़ चुंगी व डासना के रास्ते हापुड़ होते हुए भेजा जा रहा था। वहीं, मेरठ से आने वाले वाहनों को राज चौपला मोदीनगर से डायवर्ट कर पिलखुवा होते हुए भेजा जा रहा था।
इस डायवर्जन पर हापुड़ की डीएम अदिति सिंह ने आपत्ति जताई थी, जिसको लेकर उन्होंने जिलाधिकारी गाजियाबाद को भी पत्र लिखा। उसके बाद मंडलायुक्त व आईजी से भी मांग की। एसएसपी वैभव कृष्ण का कहना है कि जोन महानिरीक्षक के निर्देश पर अब दिल्ली-मेरठ हाईवे पर रूट डायवर्जन सिर्फ शनिवार व रविवार को ही रहेगा।
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