कल से नवरात्रि आरंभ हो रहे है और भक्तों के मन में नवरात्रि को लेकर काफी उत्साह बना हुआ है। वही इस दौरान वे मां दुर्गा की पूजा में लीन होने के साथ ही कई ऐसे नियमों का पालन करते हैं जिन्हें वे पीढ़ी दर पीढ़ी देखते-सुनते आए हैं।
जिसमें से एक लहसुन-प्याज का सेवन ना करने की परंपरा है। लोग माता की पूजा के दौरान 9 दिनों तक इनका सेवन नहीं करते हैं। सादियों से चली आ रही इस पंरपरा के पीछे की वजह क्या है? आइए जानते है।
माना जाता है, कि नवरात्रि में ‘तामसिक’ भोजन से दूर रहना चाहिए, क्योकि ‘तामसिक’ भोजन से शरीर में नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है.
वेदों में बताया गया है कि प्याज-लहसुन के सेवन से शरीर में जुनून, उत्तजेना और अज्ञानता जैसी भावनाओं को बढ़ावा मिलता है. ये भावनाएं भगवद् या लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग में बाधा उत्पन्न करती हैं तथा व्यक्ति की चेतना को प्रभावित करती हैं इसलिए नवरात्रि के दौरान लहसुन-प्याज खाने को लेकर अच्छा नही माना जाता।
यही वजह है कि नवरात्रि के दौरान लोग लहसुन-प्याज का सेवन न करके सात्विक भोजन खाते हैं।