रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 19 अगस्त, 2022 को मणिपुर में मुख्यालय महानिरीक्षक असम राइफल्स (दक्षिण) का दौरा किया और रेड शील्ड तथा असम राइफल्स के सैनिकों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों और जवानों से बातचीत कर उनका हाल भी जाना। राजनाथ सिंह ने कहा, जब भी मैं अपने सशस्त्र बलों के जवानों और अधिकारियों से मिलता हूं तो मुझे खुशी, गर्व और शांति महसूस होती है। उन्होंने कहा, हर कोई देश की सेवा कर रहा है, शिक्षक, डॉक्टर और अन्य, लेकिन हमारे सैनिक जो कर रहे हैं वह किसी पेशे से ज्यादा और सेवा से भी ज्यादा है। उनके साथ सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, जीओसी-इन-ईस्टर्न कमांड ले.जन. आरपी कालिता और जीओसी स्पियर कोर के ले.जन. आरसी तिवारी सहित सेना तथा असम राइफल्स के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे। दौरे के समय क्षेत्र में शांति व व्यवस्था कायम रखने के विषय पर रक्षा मंत्री को उग्रवाद-रोधी गतिविधियों तथा भारत-म्यांमार सीमा पर सीमा प्रबंधन परिचालन की जानकारी दी गई।
राजनाथ सिंह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा, मैं बचपन में सेना में भर्ती होना चाहता था। सैन्य बलों में शामिल होने के लिए परीक्षा भी दी थी, लेकिन मेरे पिता का निधन हो जाने व अन्य पारिवारिक समस्याओं के कारण मैं सेना में शामिल नहीं हो पाया। उन्होंने कहा, ‘यदि आप किसी बच्चे को सेना की वर्दी देते हैं, तो आप देखेंगे कि उसका व्यक्तित्व ही बदल जाता है। इस वर्दी में कुछ बात है। इस दौरान भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी मौजूद रहे।
Had a heartwarming interaction with the Armed Forces personnel at Imphal in Manipur today. Lauded them for performing their duty with courage and conviction.
It’s a matter of great pride to stand amongst the Indian Army and Assam Rifles troops. https://t.co/yRrwCrTgZP pic.twitter.com/Rmki9hTYuH
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 19, 2022
असम राइफल्स के महती योगदान की सराहना
सैन्य कर्मियों को सम्बोधित करते हुये राजनाथ सिंह ने सैन्याधिकारियों और सैनिकों की सराहना की कि वे दुर्गम भू-भाग और मौसम की चुनौतियों का सामना करते हुये पूरे साहस तथा दृढ़ता से अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना और असम राइफल्स के बीच उपस्थित होना बहुत गर्व की बात है। राजनाथ सिंह ने कहा अटूट समर्पण के साथ राष्ट्रीय ध्वज को बुलंद रखने के लिये बलों की प्रशंसा की और कहा कि राष्ट्र उसी समय अपनी पूरी क्षमता से काम कर सकता है, जब उसकी सीमायें सुरक्षित रहें।
रक्षा मंत्री ने रेड शील्ड डिवीजन के योगदान की प्रशंसा कि कि अपनी स्थापना के बाद से ही चाहे वह 1971 का युद्ध हो, श्री लंका में आईपीकेएफ का हिस्सा होने की बात हो या उसकी वर्तमान भूमिका हो, डिवीजन ने हमेशा महान योगदान दिया है। उन्होंने पिछले सात दशकों में अपने शानदार योगदान तथा आंतरिक सुरक्षा, भारत-म्यांमार सीमा को सुरक्षित बनाने और पूर्वोत्तर को राष्ट्रीय मुख्यधारा में लाने में मुख्य भूमिका निभाने पर असम राइफल्स के महती योगदान की सराहना की। रक्षा मंत्री ने कहा, “यही कारण है कि आपको ‘फ्रेंड्स ऑफ दी नॉर्थ-ईस्ट पीपुल’ और ‘सेन्टीनल्स ऑफ नॉर्थ-ईस्ट’ कहा जाता है।”
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह से की मुलाकात
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय मणिपुर दौरे पर हैं। गुरुवार को उन्होंने खुमान लम्पक स्टेडियम के 131वें डूरंड कप के मणिपुर चैप्टर का उद्घाटन किया। आज रक्षामंत्री ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की।इस मुलाकात मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने ट्वीट किया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का मार्गदर्शन प्राप्त करना एक परम खुशी की बात है। उनके निरंतर समर्थन के लिए बहुत आभारी हूं।