उत्तर प्रदेश से भदोही के बीजेपी विधायक रवींद्र नाथ त्रिपाठी ने यूपी चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा देने से इनकार किया। उनके कथित त्यागपत्र के सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद उनके भाजपा से बाहर होने की अफवाहें जोर पकड़ें हुए थी। आपको बता दे स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी माने जाने वाले त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि उन्होंने ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा था। और पत्र को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है। यह कहते हुए कि वह भाजपा के एक वफादार सिपाही बने रहेंगे, विधायक ने खुलासा किया कि उन्होंने पिछले 7-8 महीनों में मौर्य के साथ शायद ही कभी बातचीत की हो।
भाजपा विधायक रवींद्र नाथ त्रिपाठी ने टिप्पणी की, “मेरे शरीर में खून की आखिरी बूंद भाजपा को समर्पित है। बड़े नेताओं की साजिश के कारण मेरा लेटर पैड वायरल हो गया है। पत्र मेरे द्वारा नहीं लिखा गया है। अब मैं एक शिकायत दर्ज कराने जा रहा हूं कि जिस व्यक्ति के खाते में यह पत्र डाला गया है, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। यह पूरी तरह से असत्य है। मैं 1991वे से भाजपा का एक साधारण कार्यकर्ता हूं।