सीएम योगी ने किसानों को दिया दशहरा गिफ्ट, यूपी में स्थापित होंगी वाइनरी इकाइयां
प्रदेश की योगी सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाओं के जरिये नगदी फसलों के उत्पादन पर जोर दे रही है। इसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रदेश सरकार ने विभिन्न प्रकार के फलों को प्रसंस्कृत कर उनके उत्पादकों को उचित मूल्य एवं लाभ दिलाए जाने के लिए वाइनरी इकाइयों की स्थापना करने का निर्णय लिया है।
साथ ही फलों के भण्डारण और रख रखाव के अभाव में भारी मात्रा में ये फल जल्द ही खराब होते रहते हैं। इस वजह से इनका उत्पादन करने वाले किसानों और बागवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है और उन्हें अपनी उपज का समुचित लाभ भी नहीं मिल पाता।
आबकारी आयुक्त ने दूसरे राज्यों से आए प्रतिनिधियों को वाइनरी इकाइयां स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। आबकारी आयुक्त व अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ हुई इस बैठक में आल इण्डिया वाईन प्रोड्यूसर एसोसिएशन के अध्यक्ष सहित विभिन्न राज्यों से वाइन इकाइयों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक में सबसे पहले आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव ने अन्य प्रदेशों से आए प्रतिनिधियों को साल 2021-22 की आबकारी नीति में वाइन उत्पादक इकाइयों की स्थापना व प्रोत्साहन के लिए किये गये प्रावधानों से अवगत करवाया और इन प्रतिनिधियों को बताया कि प्रदेश में सब ट्रापिकल फलों जैसे-आम, जामुन, कटहल, अमरूद, अंगूर, लीची, आंवला, पपीता आदि का अत्यधिक उत्पादन होता है।
इन फलों की खपत पूरी तरह से नहीं हो पाती है। वाइनरी इकाईयों के स्थापना के बाद जहां एक ओर किसानों को लाभ मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर स्टोरेज से संबंधित समस्यों का भी निदान हो सकेगा।