खत्म होगा ऑक्सीजन का संकट, लखनऊ समेत प्रदेश के 47 जिलों में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट

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खत्म होगा ऑक्सीजन का संकट, लखनऊ समेत प्रदेश के 47 जिलों में लगेंगे ऑक्सीजन

कोरोना काल में ऑक्सीजन के गहराते संकट के बीच स्वास्थ्य विभाग मरीजों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी पर मंथन कर रहा है। माना जा रहा है कि इस पर जल्द ही काम शुरू हो सकता है। कोरोना से बेकाबू होते हालात के बीच मरीजों को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत पड़ रही है। स्वास्थ्य महकमे का कहना है कि पॉजिटिव 10 मरीजों में से छह को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। इसी वजह से ऑक्सीजन को लेकर दिक्कत आ रही है। इस समय ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। एक-एक सिलेंडर के लिए मारामारी हो रही है।

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खत्म होगा ऑक्सीजन का संकट

पीएम केयर्स फंड से देशभर में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 551 समर्पित चिकित्सा ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट की स्थापना की जाएगी। ये प्लांट विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में जिला मुख्यालयों पर चिह्नित सरकारी अस्पतालों में स्थापित किए जाएंगे। लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर समेत यूपी के 47 जिलों में चिकित्सकीय ऑक्सीजन के इन प्लांट को लगाया जाएगा। खरीद प्रक्रिया स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के माध्यम से की जाएगी।

उत्तर प्रदेश के इन जिलों में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट

लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, आगरा, अलीगढ़, बुलंदशहर,आजमगढ़, बलिया, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बंदायू, देवरिया, ईटावा, फैजाबाद, बहराइच, फरुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्दनगर,जौनपुर, झांसी, कन्नौज, कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, मथुरा, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुज्जफरनगर, गाजियाबाद, गाजीपुर, गोंडा, हरदोई, जालौन, पीलीभीत, प्रतापगढ़, सहारनपुर, शाहजहांपुर, सीतापुर, सुल्तानपुर और उन्नाव प्रयागराज, रायबरेली, रामपुर।

उत्तराखंड के देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर और उत्तर काशी।

इस फैसले से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम केयर्स फंड से ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की स्थापना के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पीएम केयर्स के माध्यम से देश भर में 551 पीएसए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है। इस फैसले के अंतर्गत यूपी के 47 जिलों में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने की स्वीकृति दी गई है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय पूरे देश में निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए मील का पत्थर साबित होगा।