मैया रिद्धि दे, सिद्धि दे, अष्ट नव सिद्धि दें,
वंश में बुद्धि दे, माँ वाक वाणी।।
हृदय में ज्ञान दे, चित्त में ध्यान दे,
महा वरदान दे, माँ राजारानी।
गुणी सी रीति दे, जंग में जीति दे,
चरणों प्रीति दे, श्री भवानी।
दुःख को दूर कर, सुख भरपूर कर,
जागती सी जोत दे, माँ राजा रानी।
जोत जागती भवानी, ब्रह्म विष्णु के मन
ध्यावे गुणी और ज्ञानी, अटके कारज सुधारता।
ऐसी सच्ची माई, युग-युग में सहाई, करे संकट में सहाई
अपने भक्तों को उबारती।
जिसने हेत लगाया, पान फूल जो चढ़ाया,
मुख से मांगा सोई पाया, रोग कष्ट को निवारती।
जिस पर होती हो प्रसन्न, काटो उसके फंद,
होवे सकल आनंद, बोलो मैया जी की आरती।।
ध्यावे देवी को संसार, सभी नर अरू नार,
मुख से बोलो जय जयकार, वेद पढ़ते है विद्याथी।
सोने का सिहांसन, जहाँ पे मैया बैठी आसान,
हनुमत धाम में इंद्रासन, घंटा झन-झन झनकारती।
जय-जय हनुमत धाम की, जय हरिहर भगवान की,
जय माता सुखधाम की, माँ सब मिल गावों आरती।।
सुन ले हंस पियारा, माता कर देगी निस्तारा,
ले ले चरणों का सहारा, ठाढे दुश्मन को ललकारती।
धरले रे मन ध्यान, धर ले मैया जी का ध्यान,
होवे काम सकल परवान, बेड़ा भवसागर से
पार उतारती-मैया रिद्धि दे सिद्धि दे….
श्री श्री 1008 गुरु कमलानंद जी महाराज द्वारा रचित
बाबा महावतार सेवा ट्रस्ट(रजि.)
मंदिर-
(श्री काली देवी मंदिर, बैंक कॉलोनी, नजदीक, रेलवे फाटक,
सीएमसी अस्पताल, हिसार, हरियाणा)
धाम-
(बड़वा धाम, हिसार, राजगढ़ रोड़, SH52 बड़वा)