दस हजारी बनने के बाद ये बोले विराट, सुनकर हैरान रह जाएंगे आप

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कोहली ने बीसीसीआईटीवी से कहा, ‘मेरे लिए देश का प्रतिनिधित्व करना बहुत बड़ा सम्मान है और यहां तक कि दस साल खेलने के बाद भी मुझे ऐसा अहसास नहीं होता कि मैं किसी खास चीज का हकदार हूं। आपको तब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक रन के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है।’

उन्होंने कहा, ‘कई लोग हैं जो भारत की तरफ से खेलना चाहते हैं। जब आप खुद को उस स्थिति में रखते हो तो आपके अंदर भी रनों की वही भूख होनी चाहिए और चीजों को निश्चित नहीं मानना चाहिए. किसी भी स्तर पर इसे आसान नहीं मानो।’

कोहली ने कहा कि टीम को प्रतिबद्धता की जरूरत होती है। अगर मुझे एक ओवर में छह बार डाइव लगानी पड़े, तो तब भी मैं टीम के लिए ऐसा करूंगा. क्योंकि यह मेरा कर्तव्य है और इसके लिए मुझे टीम में चुना गया है। यह मेरे काम का ही एक अंग है और ऐसा करके मैं किसी पर अहसान नहीं कर रहा हूं।’

कोहली ने कहा, ‘मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं। ये चीजें ज्यादा मायने नहीं रखतीं, लेकिन आप अपने करियर में दस वर्ष खेलने के बाद इस मुकाम पर पहुंचे हैं और यह मेरे लिए खास है, क्योंकि मैं इस खेल को बहुत चाहता हूं और अधिक से अधिक खेलना ही मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैं खुश हूं कि मैं इतने लंबे समय तक खेलने में सफल रहा और उम्मीद है कि आगे भी खेलता रहूंगा.’
विराट का क्रिकेट के प्रति ये समर्पण ही उन्हें इतना आगे लेकर गया है। साल 2018 में विराट कोहली का बल्ला खूब बोला है और आगामी 2019 विश्वकप के मद्देनजर ये भारत के दृष्टिकोण से बहुत ही खुशी की बात है।