संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ अलीगढ़ शहर में रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जबरदस्त झड़प हो गई। इस दौरान हुए पथराव के बीच पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने बताया कि अपर कोट इलाके में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग हिंसा पर उतारू हो गये और उन्होंने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि यह घटना उस वक्त घटी जब पुलिस ने शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहम्मद अली रोड पर गत शनिवार से जारी धरना प्रदर्शन के स्थल को खाली कराने की कोशिश की।
शाम करीब पांच बजे जब पुलिस ने अपरकोट क्षेत्र में महिला प्रदर्शनकारियों को यह कहते हुए रोकने की कोशिश की कि ईदगाह इलाके में सीएए के खिलाफ पिछले शनिवार से ही प्रदर्शन चल रहा है। ऐसे में प्रदर्शनकारियों को कोतवाली के नजदीक प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जा सकती। जिलाधिकारी ने बताया कि जब शहर मुफ्ती अब्दुल खालिद समेत प्रबुद्ध मुस्लिम वर्ग के लोगों की मदद से हालात को संभालने की कोशिश की जा रही थी तभी भीड़ में से किसी ने पथराव शुरू कर दिया। उसके बाद स्थिति बिगड़ने लगी। इस दौरान दंगाइयों ने बिजली का एक ट्रांसफार्मर जलाने की कोशिश की लेकिन उसे जल्द बुझा लिया गया। सिंह ने बताया कि स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।
इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और उन लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है जो शनिवार से ही महिलाओं को अपर कोट इलाके में प्रदर्शन करने के लिए उकसा रहे थे। उन्होंने बताया कि इस वारदात में कुछ लोगों के घायल होने की खबर है लेकिन उनकी वास्तविक संख्या अभी पता नहीं है। इस बीच, अलीगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक प्रीतिंदर सिंह ने प्रदर्शनकारियों द्वारा नजदीक के एक मंदिर में पथराव किए जाने की खबर को गलत बताते हुए कहा कि मंदिर में कहीं कोई तोड़फोड़ नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस जीप पर पथराव के मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। हम सीसीटीवी कैमरा की फुटेज खंगाल रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके पूर्व,
अलीगढ़ पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स ने रविवार को सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कचहरी जा रहे भीम आर्मी कार्यकर्ताओं को रास्ते में ही रोक लिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि भीम आर्मी से जुड़े प्रदर्शनकारी जब पुराने शहर से कटपुला पुल को पार करने जा रहे थे, तभी बड़ी संख्या में पुलिस और रेपिड एक्शन फोर्स के जवानों ने उन्हें रोक लिया। पुलिस द्वारा अवरोध उत्पन्न किये जाने के बाद प्रदर्शनकारी ईदगाह की तरफ चले गये जहां बड़ी संख्या में महिलाएं सीएए के खिलाफ पिछले तीन हफ्तों से प्रदर्शन कर रही हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजमुनि ने बताया कि इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर माहौल खराब करने की कोशिश के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।