Uttarakhand Weather: बारिश-बर्फबारी के बाद सड़कें बंद, जगह-जगह फंसे यात्री

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नैनीताल । उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश-बर्फबारी के बाद लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गईं हैं। बारिश के बाद सड़क बंद होने से जगह-जगह यात्री फंस गए हैं। उत्तरकाशी में गत शनिवार सुबह से हो रही बारिश व बर्फबारी के कारण पर्यटक भी परेशान हैं। बर्फबारी के चलते गंगोत्री हाईवे गंगनानी, सुक्की टॉप से गंगोत्री तक जगह-जगह बंद है। जबकि यमुनोत्री हाईवे हनुमान चट्टी तथा राड़ी टॉप में बर्फबारी के कारण बंद हो गया है। बर्फबारी के कारण आसपास के गांव में पैदल रास्ते भी बंद हो चुके हैं। इसके चलते लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

नैनीताल जिले में बीती रात से हो रही बारिश के बाद मुक्तेश्वर में सीजन की पहली बार पारी हुई है। वही नैनीताल के ऊची चोटियों में भी बर्फ गिरी पर नैनीताल शहर में अब भी बर्फबारी के इंतजार है। मुक्तेश्वर में रविवार सुबह करीब 8:30 बजे से मुक्तेश्वर में बर्फ गिरने लगी। जो सिलसिला करीब आधे घंटे तक जारी रहा। पर बारी के कारण तापमान में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। मुक्तेश्वर में सुबह का न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पिछले 24 घंटे में जिले में करीब 20 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। लगातार हो रही बारिश से जहां स्थानीय काश्तकारों को राहत मिली है। वहीं कोरोना के कारण पर्यटन व्यवसाय को बर्फबारी का ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद नहीं है। राज्य सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई तरह की पाबंदियां लगा रखी है।

नैनीताल में लगातार बारिश के कारण ठंड काफी बढ़ गई। परंतु नैनीताल में अभी बर्फबारी नहीं हुई है। जिले में शनिवार सुबह से बारिश व बर्फबारी का सिलसिला जारी है। निरंतर हो रही बारिश व बर्फबारी के कारण एक हजार फीट तक की ऊंचाई पर बसे गांव जहां बर्फ से ढक गए हैं। वहीं बर्फबारी के चलते गंगोत्री हाईवे गंगनानी सुक्की टॉप, हर्षिल, धराली व भैरव घाटी से गंगोत्री तक पूरी तरह बंद है। जिससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। इसके साथ ही हर्षिल-मुखबा, पयारा-झाला, जसपुर-पुराली तथा कमद-अंयारखाल,उत्तरकाशी लम्बगांव मोटर मार्ग चौरंगी खाल, संकूर्णाधार सहित यमुनोत्री हाईवे हनुमान चट्टी, राड़ी टॉप में बंद हो गया है। जबकि मोरी सांकरी जखोल मोटर मार्ग सहित अन्य दर्जन ग्रामीएा सड़के भी बर्फबारी से बंद हो गई है। इससे लोगों का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल ने बताया कि गंगोत्री, यमुनोत्री हाईवे को सुचारु करने के लिए बीआरओ व एनएच के मजदूर मार्ग को सुचारु करने में जुटे हैं।