अमेरिका ने सीरिया में संघर्ष विराम को लेकर रूस और तुर्की के बीच हुए समझौते का समर्थन करने वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बयान को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। राजनयिकों ने बंद कमरे में हुई बैठक के बाद यह जानकारी दी। राजनयिकों के अनुसार संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वैसिली नेबेन्जिया ने सुरक्षा परिषद के 14 अन्य सदस्य देशों से संयुक्त बयान का समर्थन करने का आग्रह किया था,
जिसे अमेरिका ने ”असामयिक” करार देते हुए शुक्रवार को इसे खारिज कर दिया। नेबेन्जिया ने कहा, ”विभिन्न देशों ने समझौते पर ध्यान देते हुए इसका स्वागत किया। लेकिन एक प्रतिनिधिमंडल के रुख के चलते इसे स्वीकार नहीं किया जा सका।” गौरतलब है कि तुर्की और रूस के बीच सहमति के बाद उत्तरी सीरिया में शुक्रवार से संघर्ष विराम लागू किया गया था।
इस संघर्ष विराम का उद्देश्य सीरिया में जारी भीषण लड़ाई और रूस तथा तुर्की की सेनाओं के बीच टकराव की आशंका को रोकना है। सीरिया के इदलिब प्रांत में हिंसा बढ़ने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के उनके समकक्ष रजब तैयब एर्दोआन के बीच यह समझौता हुआ है। तुर्की इदलिब में रूस समर्थित सरकारी सुरक्षा बलों से लड़ रहा है। इदलिब में संघर्ष के बाद लाखों लोग अपने घरों को छोड़ चुके हैं। इस दौरान तुर्की के कई सैनिक भी मारे गए हैं।