उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों को कर्यप्रणाली पूरी करने के निर्देश दिए हैं । यूपी में पंचायतो का कार्यकाल 25 दिसंबर 2020 को ही पूरा हो गया था 26 दिसंबर को सभी ग्राम पंचायतों को पूरी तरह भंग कर दिया गया था । योगी आदित्यनाथ ने 30 अप्रेल से पहले पंचायत चुनावों करा लेने का निर्देश दिया है जिसके बाद तमाम विभाग सक्रिय हो गए हैं । प्रदेश में 75 जिला पंचायत, 821 क्षेत्र पंचायत और 59074 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव तैयारी की जा रही है । यूपी सरकार बोर्ड परिक्षाओं से पहले पंचायत चुनाव कराना चाहती है । इस बार पंचायत चुनावों को पूरी तरह डिजिटल कराने का आदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं । ऐसे में पंचायत चुनावों में शामिल सभी विभागों से कर्मचारियों की लिस्ट मांगी गई है। यूपी पंचायत चुनावों में नामांकन के बाद उम्मीदवारों की लिस्ट ऑनलाइन उपलब्ध होगी । योगी सरकार ने पंचायत चुनावों के लिए रोटेशन सिस्टम लागू किया है जिसके मुताबिक 2015 में जहां आरक्षण लागू था वहां इस बार आरक्षण लागू नहीं होगा साथ ही आबादी के हिसाब से भी आरक्षण लागू कराने की योजना है । कोरोना काल की वजह से पंचायत चुनावों को कराने में देरी हुई है । इस बार के पंचायत चुनावों में कई राजनैतिक दल अपने उम्मीदवार उतारने वाले हैं । उत्तर प्रदेश पंचायत चुनावों को 2020 विधानसभा चुनावों के सेमिफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है ।