लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार बड़ा फैसला सुना सकती है। सूत्रों के मुताबिक CM योगी आदित्यनाथ एक बार फिर से किसानों का कर्ज माफ करने की तैयारी में हैं। इसके लिए सरकार सर्वे कर रही है। 2017 में सरकार बनते ही योगी कैबिनेट ने सीमांत किसानों का एक लाख तक का कर्ज माफ करने का फैसला लिया था।
उत्तर प्रदेश के सर्वे का मकसद
सरकार का मकसद उन किसानों की पहचान करना है जो पिछली बार कर्ज माफी का लाभ नहीं उठा पाए थे। साथ ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था। बात दे कि चुनाव जीतने के बाद योगी सरकार ने किसानों का कर्ज माफ भी किया था।
उस समय कई किसानों को आंशिक कर्जमाफी ही मिल पाई थी। और कई किसान तकनीकी गड़बड़ियों की वजह से कर्जमाफी का लाभ भी नहीं उठा पाए थे।
राज्य सरकार ने इसके लिए 32 हजार करोड़ रुपये के बजट की घोषणा की थी। किसानों की कर्ज माफी एक बार फिर से चर्चा में तब आई जब पिछले साल दिसबंर में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी।
किसानों की कर्ज माफी के बाद राहुल ने कहा कि उन्होंने जो कहा है वो कर दिखाया है। राहुल ने कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी किसानों का कर्ज माफ करना चाहिए। राहुल ने यह कहा कि बीजेपी पर दबाव बढ़ा दिया गया है अगर मोदी कर्ज माफ नहीं करते हैं तो वह 2019 में सत्ता में आने के बाद किसानों को कर्ज माफी की सौगात देंगे।
राहुल ने कहा था,
“मोदी जब तक देश के किसानों का कर्ज माफ नहीं करेंगे, तब तक हम उन पर इतना दबाव डालेंगे कि उन्हें सोने नहीं देंगे और कर्ज माफ करवाकर रहेंगे.”