उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सियासी रण में इन दिनों कोरोना काल के दौरा दिल्ली से मजदूरों का पलायन का मुद्दा गर्माया हुआ है. योगी आदित्यनाथ लगातार मजदूरों को लेकर केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं. यूपी की सियासत के दो बड़े चेहरे योगी आदित्यनाथ और अरविंद केजरीवाल में ट्विटर वॉर छिड़ी.
पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बाद एक कई ट्वीट करके दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर जमकर हमला बोला. फिर केजरीवाल ने उसका जवाब अपने अंदाज में दिया. उधर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी लोकसभा में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर के जरिये केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा की बिजली-पानी का कनेक्शन काटा व सोते हुए लोगों को उठा-उठा कर बसों से यूपी बॉर्डर पर भेजा गया। अनाउंसमेंट कर कहा गया कि आनंद विहार के लिए बसें जा रही हैं, उससे आगे यूपी-बिहार के लिए बसें मिलेंगी। आगे कहा यूपी सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए बसों का इंतजाम किया और उन्हें सुरक्षित वापस लाई।
सीएम योगी ने कहा केजरीवाल ने झूठ बोलने में महारथ हासिल है। जब पूरा देश आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहा था तब केजरीवाल ने प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
सीएम योगी योगी यही नहीं रुके आगे ट्वीट कर कहा सुनो केजरीवाल, जब पूरी मानवता कोरोना की पीड़ा से कराह रही थी, उस समय आपने यूपी के कामगारों को दिल्ली छोड़ने पर विवश किया। छोटे बच्चों व महिलाओं तक को आधी रात में यूपी की सीमा पर असहाय छोड़ने जैसा अलोकतांत्रिक व अमानवीय कार्य आपकी सरकार ने किया।आपको मानवताद्रोही कहें या…
अरविंद केजरीवाल का आदरणीय प्रधानमंत्री जी के बारे में आज का बयान घोर निंदनीय है। अरविंद केजरीवाल को पूरे राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए। गोस्वामी तुलसीदास जी ने उनके जैसे लोगों के बारे में ही कहा है कि… झूठइ लेना, झूठइ देना। झूठइ भोजन, झूठ चबेना।।
वही कार्विंद केजरीवाल ने भी ट्विटर के जरिये सीएम योगी को घेरा और कहा , सुनो योगी, आप तो रहने ही दो। जिस तरह UP के लोगों की लाशें नदी में बह रहीं थीं और आप करोड़ों रुपए खर्च करके Times मैगज़ीन में अपनी झूठी वाह वाही के विज्ञापन दे रहे थे। आप जैसा निर्दयी और क्रूर शासक मैंने नहीं देखा।