
शिवभक्तों की आस्था का प्रतीक सावन मास का पहला सोमवार आज उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। देहरादून समेत विभिन्न शहरों में शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। हर-हर महादेव के जयकारों से वातावरण शिवमय हो उठा है।
शहर के प्रमुख मंदिरों—श्री टपकेश्वर महादेव, जंगम शिवालय, श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर समेत अन्य शिवालयों में विशेष पूजा-अर्चना और जलाभिषेक की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
टपकेश्वर मंदिर में हाईटेक सुरक्षा और सेवा व्यवस्था
देहरादून का ऐतिहासिक श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर आज भक्तों की सबसे बड़ी आस्था का केंद्र बना हुआ है। मंदिर प्रशासन और पुलिस द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
150 सेवादारों को दर्शन व्यवस्था में लगाया गया है। 40 सीसीटीवी कैमरों से मंदिर परिसर की निगरानी की जा रही है। सुबह 4:00 बजे भगवान शिव का चंदन, गंगाजल, दूध और पुष्प से अभिषेक हुआ। 4:30 बजे कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए।
महंत श्री 108 कृष्णागिरी महाराज ने बताया कि भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए हर स्तर पर इंतजाम किए गए हैं।
श्री पृथ्वीनाथ मंदिर में सामूहिक रुद्राभिषेक
सहारनपुर चौक स्थित श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में आज सावन महोत्सव के अंतर्गत सामूहिक रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया है। मंदिर समिति द्वारा हरिद्वार से लाया गया गंगाजल श्रद्धालुओं को जलाभिषेक के लिए प्रदान किया जा रहा है। शाम को भगवान शिव का विशेष पुष्प शृंगार होगा। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी संजय गर्ग ने बताया कि भक्तों की भारी संख्या को देखते हुए विशेष व्यवस्था की गई है।
सावन मास की तिथियां इस बार कुछ अलग
मैदानी क्षेत्रों में: 11 जुलाई से 9 अगस्त तक
सोमवार: 15 जुलाई, 22 जुलाई, 29 जुलाई, 5 अगस्त
पर्वतीय क्षेत्रों में: 16 जुलाई से 14 अगस्त तक
सोमवार: 22 जुलाई, 29 जुलाई, 5 अगस्त, 12 अगस्त
9 अगस्त को सावन पूर्णिमा और रक्षाबंधन एक साथ मनाए जाएंगे।
सावन मास का यह पावन समय शिवभक्तों के लिए भक्ति, आस्था और अध्यात्म से जुड़ने का विशेष अवसर होता है। पहला सोमवार होने के कारण मंदिरों में पूरे दिन शिवनाम का जप, जलाभिषेक और भंडारे जैसी सेवाओं का आयोजन जारी रहेगा।