हर कोई अपने जीवन में उन्नति, सफलता और प्रतिष्ठा चाहता है लेकिन समस्त प्रतिभा के बावजूद कई बार वह मुकाम हासिल नहीं हो पाता है जिसका वह हकदार है। ऐसे ही लोगों के लिए प्रस्तुत है आसान सा उपाय जिसे धनतेरस से आरंभ किया जाए तो सफलता के दरवाजे खुलते चले जाते हैं।
सामग्रीः 1. दक्षिणावर्ती शंख, 2. केसर, 3. गंगाजल का पात्र, 4. धूप अगरबत्ती, 5. दीपक, 6. लाल वस्त्र। 7. स्फटिक की मालाविधिः अपने सामने धन्वंतरि व लक्ष्मी जी के फोटो रखें तथा उनके सामने लाल रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर दक्षिणावर्ती शंख रख दें। उस पर केसर से स्वास्तिक बना लें तथा कुमकुम से तिलक कर दें। दीपक सबसे पहले जला लें। शंख को गंगाजल से स्नान कराएं।
बाद में स्फटिक की माला से मंत्र की 7 मालाएं जपें। तीन दिन तक यानी दीपावली तक ऐसा करना चाहिए। इससे मंत्र-साधना सिद्ध हो जाती है। मंत्र जप पूरा होने के पश्चात् लाल वस्त्र में शंख को बांधकर घर में रख दें। कहा जाता है – जब तक वह शंख घर में रहेगा, तब तक घर में निरंतर उन्नति होती रहेगी।
मंत्र – ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं महालक्ष्मी धनदा लक्ष्मी कुबेराय मम गृह स्थिरो ह्रीं ॐ नमः।