रेल मंत्रालय के मुताबिक, नई दिल्ली, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस-मुंबई रेल स्टेशन और अहमदाबाद रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने की तैयारी है. इसके लिए कैबिनेट ने 10,000 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने लगभग 10,000 करोड़ के कुल निवेश के साथ तीन प्रमुख रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के भारतीय रेलवे के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
रेलवे स्टेशन किसी भी शहर के लिए एक महत्वपूर्ण और केंद्रीय स्थान होता है। पीएम मोदी ने रेलवे के बदलाव में स्टेशनों के विकास को महत्व दिया है। आज का कैबिनेट का फैसला स्टेशन विकास को नई दिशा देता है। 199 स्टेशनों के पुनर्विकास का काम चल रहा है। इनमें से 47 स्टेशनों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। बाकी स्टेशनों के लिए मास्टर प्लानिंग और डिजाइन का काम चल रहा है। 32 स्टेशनों पर तेजी से काम हो रहा है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नई दिल्ली, अहमदाबाद और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस-मुंबई रेल स्टेशनों के पुनर्विकास के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. दस हजार करोड़ रुपये की लागत से इन स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा. रेल मंत्रालय के मुताबिक, लुक बदलने के साथ ही नई दिल्ली, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस-मुंबई रेल स्टेशन और अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मिलेंगी। आधुनिक सुविधाओं से लैस इन रेलवे स्टेशन पर वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
Thanks to PM @narendramodi Ji for approving the redevelopment of New Delhi, Ahmedabad and CSMT Mumbai railway stations. 🧵#NayeBharatKaNayaStation
📍New Delhi Railway Station pic.twitter.com/V4GG3x2Nnj
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) September 28, 2022
रेलवे ट्रैक के दोनों ओर स्टेशन भवन के साथ शहर के दोनों किनारों को स्टेशन से जोड़ा जाएगा। फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, बच्चों के खेलने की जगह, स्थानीय उत्पादों के लिए जगह आदि सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। शहर के भीतर स्थित स्टेशनों में सिटी सेंटर जैसी जगह होगी। स्टेशनों को आरामदेह बनाने के लिए, पर्याप्त रोशनी, वे फाइंडिंग/संकेत, ध्वनिकी, लिफ्ट/एस्कलेटर/ट्रेवलेटर्स होंगे। पर्याप्त पार्किंग सुविधाओं के साथ यातायात के सहज संचालन के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है।
परिवहन के अन्य साधनों जैसे मेट्रो, बस आदि के साथ एकीकरण होगा। सौर ऊर्जा, जल संरक्षण/रिसाइकिलिंग और बेहतर ट्री कवर के साथ ग्रीन बिल्डिंग तकनीक का उपयोग किया जाएगा। दिव्यांगजनों के अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इन स्टेशनों को इंटेलिजेंट बिल्डिंग की अवधारणा पर विकसित किया जाएगा। आगमन/प्रस्थान का पृथक्करण, अव्यवस्था मुक्त प्लेटफॉर्म, बेहतर सतह, पूरी तरह से ढके हुए प्लेटफॉर्मों का निर्माण किया जाएगा। सीसीटीवी और एक्सेस कंट्रोल लगाने से रेलवे स्टेशन सुरक्षित रहेंगे। ये प्रतिष्ठित स्टेशन भवन होंगे।