मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अजय दुबे मर्डर केस की गुत्थी सुलझ गई है।यह वारदात बीती 6 जनवरी को भोपाल के प्रभात चौराहे पर हुई थी। दरअसल खुरई का रहने वाला छात्र अजय दुबे भोपाल के बीमाकुंज इलाके में अपने दोस्त यश के साथ रहता था। यश का एक दोस्त रितेश ठाकुर भी था और इसी वजह से अजय और रितेश भी एक दूसरे को जानते थे।
दरअसल,कुछ दिन पहले रितेश ने फेसबुक पर अजय दुबे की फ्रेंड का प्रोफाइल देखा और उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी और लड़की उसकी दोस्त बन गई। लेकिन रितेश उसे उल्टे सीधे मैसेज भेजने लगा जिससे परेशान होकर लड़की ने उसे फेसबुक पर ब्लॉक कर दिया। रितेश को यह बात नागवार गुजरी।
रितेश को पता था कि लड़की अजय से चैटिंग करती है। रितेश ने इस बारे में लड़की को फोन पर मैसेज भेजकर पूछा पर लड़की ने उसे फोन से भी ब्लॉक कर दिया। रितेश ने अजय का फोन नंबर लेकर उससे भी लड़की के बारे में पूछताछ की जिसपर कि अजय ने नाराज होकर रितेश को फेसबुक और फोन पर ब्लॉक कर दिया।
इस बात पर रितेश ने आपा खो दिया और उसे लगा कि अजय की वजह से लड़की ने उसे ब्लॉक किया है। बस इस बात से खफा होकर अजय को सबक सिखाने के लिए उसने अजय और यश को 6 जनवरी को प्रभात चौराहे पर मिलने के लिए बुलाया।
रात को करीब 9 बजे जब यश और अजय रितेश से मिलने के लिए वहां पहुंचे तो उसने चाकू निकाला और अजय की गर्दन पर वार किया जिससे कि अजय के गले से खून की धारा बहने लगी। वो लहूलुहान होकर गिर पड़ा और कुछ देर बाद उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मुकदमा दर्ज कर आरोपी रितेश की तलाश शुरू की। इसी दौरान बुधवार को पुलिस को पता चला कि हत्या का आरोपी रितेश आईएसबीटी पर अपने एक दोस्त से मिलने के लिए आएगा। तभी पुलिस ने आईएसबीटी के आसपास जाल फैलाया और आरोपी रितेश को वहां से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अजय की हत्या करने के बाद आरोपी कार से इंदौर भाग गया था।