चंडीगढ़ में मेयर पद चुनाव से पहले आज रविवार को सियासत गरमा गई। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबला को पार्टी से निष्कासित किया। वहीं कांग्रेस से निष्कासित होते ही बबला अपनी पार्षद पत्नी हरप्रीत कौर बबला के साथ भाजपा कार्यालय पहुंचे और पार्टी में शामिल हो गए। इस दौरान सांसद किरण खेर और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन समेत हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी मौजूद रहे।
शनिवार को नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्षदों के शपथ ग्रहण के बाद सेक्टर 17 स्थित नगर निगम कार्यालय में हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ था। शपथ ग्रहण समारोह के पूरा होते ही विजिटर्स गैलरी में बैठे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देवेंद्र बबला और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चावला आपस में भिड़ गए थे। बबला ने आरोप लगाया था कि चावला की वजह से ही चंडीगढ़ में कांग्रेस का पतन हुआ है। मामला इतना बढ़ गया कि बबला ने सुभाष चावला को गाली तक दे दी। इस दौरान कई नेता वहां मौजूद रहे। गहमागहमी काफी देर तक चली इसके बाद बबला और चावला को उनके समर्थकों द्वारा दूसरी तरफ ले जाया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला का कहना है कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन्हें जो भी बात करनी है वे पार्टी फोरम पर बात करें।
बबला की पत्नी ने इस बार चुनाव जीता है और वह सदन में पहुंची हैं। इसी शपथ ग्रहण को देखने के लिए बबला नगर निगम कार्यालय पहुंचे थे। पिछले कई दिनों से दोनों के बीच अनबन की खबरें थी, जो शनिवार को जगजाहिर हो गई।