गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किला हिंसा का मुख्य आरोपी लक्खा सिधाना बुधवार रात को सोशल मीडिया पर लाइव हुआ, लक्खा ने लाइव होकर पंजाब के लोगों से अपील करते हुए कहा, कृषि कानूनों के विरोध में 10 अप्रैल को केएमपी रोड दिल्ली को बंद करने के समर्थन में बड़ी संख्या में पहुंचे…लक्खा ने कहा कि वो भी अपने साथियों के साथ 9 अप्रैल को ही मस्तुआणा से दिल्ली पहुंच जाएगा.. लक्खा ने कहा कि अगर सरकार पर दबाव नहीं बनेगा तो किसानों और आम लोगों की मांग नहीं मानी जाएगी। अगर किसी भी सरकार से मांग मनवानी हो तो उस पर दबाव बनाना जरूरी होता है.. वहीं इससे पहले भी कुंडली बॉर्डर से खुला एलान किया गया था कि किसान आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए लक्खा की मदद ली जाएगी.. दीप सिद्धू और लक्खा के सवाल पर यमुनानगर में किसान नेता नरेश टिकैत ने कहा था कि लाल किले पर बवाल के लिए भी सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि आंदोलन में शामिल होने वाले सभी लोगों का स्वागत है। हमें किसी के नाम पर कोई आपत्ति नहीं है..पंजाब के बठिंडा का रहने वाला लक्खा सिधाना अपराध की दुनिया का बड़ा नाम है. उसके ऊपर कई केस चल रहे हैं और पहले कई मामलों में गिरफ्तारी भी हो चुकी है. लक्खा सिधाना का असली नाम लखबीर सिंह सिधाना है ,अपराध की दुनिया में पैर रखने के बाद उसने अपने नाम और शौक दोनों को छोड़ दिया.
तिरंगे का गुनहगार, 26 जनवरी को हिंसा का मुख्य आरोपी लक्खा सिधाना पंजाब में छिपा है। 9 अप्रैल को दिल्ली आने का ऐलान भी किया। लेकिन सवाल एक ही है कि कांग्रेस के कैप्टन ने उसे गिरफ्तार क्यों नहीं करवाया ? आखिर पंजाब की कांग्रेस सरकार लक्खा सिधाना जैसे अपराधियों से क्यों डर रही है, या फिर ये समझा जाये की सिधान के पीछे इस आंदोलन से जुडी कोई राज छिपा है और सिधाना गिरफ्त में आ जायेगा तो शायद कांग्रेस की वह राज सबके सामने आ जाएगी।
सवाल उठना लाज़मी है की आखिर ऐसे अपराधयियो पर पंजाब की कांग्रेस सरकार किसी तरह की कोई करवाई क्यों नहीं कर रही ?