महिलाएं घर, फैक्ट्री, दफ्तर, शिक्षण संस्थान और सोशल मीडिया पर होने वाली छोटी-मोटी हरकत, छींटाकशी, छेड़छाड़ व उत्पीड़न को नजरअंदाज करती हैं। उनकी यही खामोशी और रवैया आगे बड़े अपराध का कारण बन जाता है। महिला विरुद्ध अपराध को शुरुआती दौर में रोकने और महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से पुलिस जिले में चौपाल लगाएगी, जिनका नेतृत्व करेंगी पुलिस उपायुक्त (महिला सुरक्षा) वृंदा शुक्ला। ये चौपाल शहर की सोसाइटी, सेक्टर से लेकर गांव के गली-मोहल्ले, स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालय में लगाई जाएंगीं। चौपाल का आयोजन चौकी स्तर पर किया जाएगा। नोएडा और मध्य नोएडा जोन में एसीपी तनु उपाध्याय और
ग्रेटर नोएडा जोन में एसीपी सलोनी अग्रवाल को जिम्मेदारी दी गई है। इसमें संगीन अपराध वाले मामलों में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। महिला व लड़कियों को बताया जाएगा कि यदि उनसे कोई घर, रिश्तेदारी, फैक्ट्री, कंपनी, दफ्तर, शिक्षण संस्थान, गली-मोहल्ले में छेड़छाड़ करता है या फिर बार-बार ऐसी कोई बात कहता है जो उन्हें पसंद नहीं है तो ऐसे मामलों में उन्हें विरोध करना चाहिए। यदि पीड़ित स्वयं विरोध नहीं कर पाती हैं तो इसमें अपने परिजन, शिक्षिका या अपने वरिष्ठों की मदद लें।
छोटे मामले में महिला या लड़की केस दर्ज नहीं कराना चाहती हैं तो ऐसे में आरोपी को मुचलका पाबंद किया जाएगा और चेतावनी देकर उसकी निगरानी की जाएगी। उससे आगे से अच्छे व्यवहार के लिए शपथ पत्र भी लिया जाएगा। जिले में जल्द पुलिस चौपाल लगाई जाएंगी। इनका उद्देश्य महिलाओं को कानून व उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। महिलाएं चुप न रहकर आवाज उठाएंगीं तो आरोपियों का दुस्साहस नहीं बढ़ पाएगा। इसलिए आरोपियों पर कार्रवाई करना जरूरी है।