कोरोना वायरस के खतरे के बीच दिल्ली के Shaheen Bagh में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन अब भी जारी है। मंगलवार को दिल्ली पुलिस के अधिकारी प्रदर्शनकारियों को धरना खत्म करने के लिए मनाने पहुंचे। इस दौरान अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को धरना खत्म करने की समझाइश दी। हालांकि पुलिस के इस कदम से भी बात बनती दिखाई नहीं दी। बता दें कि CAA लागू होने के बाद से ही शाहीनबाग में प्रदर्शन किया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों के वजह से मुख्य सड़क भी लगभग तीन महीने से बंद है। रास्ता खुलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर है जिस पर सुनवाई जारी है। शाहीनबाग में जारी धरने की वजह से दिल्ली के लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य रास्ता बंद होने की वजह से हजारों लोग रोज परेशान होते है। धरना खत्म कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इस पर शीर्ष कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए वार्ताकार नियुक्त किए थे।
कई दिनों तक वार्ताकार और प्रदर्शनकारियों के बीच चर्चा का दौर चला लेकिन नतीजा नहीं निकल सका था।नागरिकता संशोधन कानून के मुताबिक मुस्लिम राष्ट्रों पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित किए गए अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। तीनों राष्ट्रों के मुस्लिम राष्ट्र होने की वजह से वहां से आने वाले मुस्लिमों को इस नागरिकता कानून से बाहर रखा गया है। इसे लेकर ही मुस्लिम संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा है।