विभिन्न कलाकारों ने चित्रकारों के काम में बाधा पहुंचाने वाली घटना के बाद उनके साथ नहीं खड़े होने को लेकर ‘इंडियन आर्ट फेयर’ की आलोचना करते हुए कहा है कि यह ‘‘बिल्कुल अनैतिक और पूर्वाग्रह से ग्रस्त है।’’ पुनीत कौशिक, शुक्ला सावंत, अन्नपूर्णा गरिमेल्ला, शेफाली जैन, लोकेश खोडके और सिंदुरा समेत कई चित्रकारों और क्यूरेटरों ने यहां जारी एक बयान में मांग की कि इंडियन आर्ट फेयर चित्रकारों से माफी मांगे। बयान कहा गया है,‘‘ हम, अधोहस्ताक्षरी, उन युवा चित्रकारों के साथ एकजुटता प्रकट करते हैं जो दो फरवरी, 2020 को इंडियन आर्ट फेयर में उसकी धौंसपट्टी और भेदभाव से गुजरे।
इन चित्रकारों के प्रति मेला प्रबंधन द्वारा दर्शाये गये इस बिल्कुल अनैतिक और पूर्वाग्रहग्रस्त रूख की हम कड़ी निंदा करते हैं।’’ दो फरवरी को इतालवी दूतावास के कल्चर सेंटर में मैना मुखर्जी की कलाकृति में पुलिस ने बाधा पहुंचायी थी क्योंकि किसी अज्ञात व्यक्ति ने शिकायत की थी कि वहां संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ कुछ कलाकृतियां दर्शायी गयी हैं। बयान के अनुसार पुलिस ने चित्रकारों को डराया धमकाया और इस प्रस्तुति को पूरी तरह बंद करने की कार्रवाई कर रही थी, लेकिन इंडियन आर्ट फेयर ने कोई दखल नहीं दिया।