रामनगर से कैंची धाम की यात्रा होगी अब और भी आसान, 87 किमी सड़क का होगा चौड़ीकरण

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उत्तराखंड में रामनगर से प्रसिद्ध कैंची धाम तक की यात्रा अब यात्रियों के लिए और अधिक सुगम और तेज़ होने जा रही है। लोक निर्माण विभाग (PWD) और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस मार्ग को टू-लेन में तब्दील करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। सड़क चौड़ीकरण और गुणवत्ता सुधार के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का उद्देश्य न केवल पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि स्थानीय लोगों की यात्रा को भी सुविधाजनक बनाना है।

मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप इस परियोजना के तहत रामनगर के भंडारपानी से तल्लीसेटी, अमेल, बेतालघाट, रतौड़ा, भुजान और खैरना होते हुए कैंची धाम तक लगभग 87 किलोमीटर लंबे मार्ग का चौड़ीकरण किया जाएगा। इस पूरे मार्ग में से 77 किलोमीटर हिस्सा लोक निर्माण विभाग के तहत आएगा जबकि अंतिम 10 किलोमीटर, यानी खैरना से कैंची धाम तक की सड़क का निर्माण और चौड़ीकरण राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा किया जाएगा।

क्या होगा खास?

इस सड़क को वर्तमान 3.75 मीटर की चौड़ाई से बढ़ाकर 7.5 मीटर किया जाएगा ताकि इसे टू-लेन सड़कों के मानकों पर लाया जा सके। इससे न केवल वाहनों की आवाजाही बेहतर होगी, बल्कि जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी। इसके साथ ही मार्ग पर सात नए पुलों के निर्माण का भी प्रस्ताव है, जिससे विशेषकर मानसून के मौसम में यातायात में कोई बाधा न आए।

लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विजय कुमार ने बताया कि पहले चरण का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जा चुका है। शासन से स्वीकृति मिलते ही विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी और जल्द ही निर्माण कार्य भी शुरू किया जाएगा।

पर्यटन और क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बढ़ावा

कैंची धाम बाबा नीम करौली महाराज का प्रसिद्ध मंदिर है, जहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु हर साल दर्शन के लिए आते हैं। सड़क चौड़ी होने से न केवल श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी, बल्कि अल्मोड़ा, नैनीताल और बेतालघाट जैसे क्षेत्रों का भी समग्र विकास संभव होगा।

रामनगर से कैंची धाम तक की सड़क परियोजना उत्तराखंड के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में एक और मील का पत्थर साबित होगी। इससे ना केवल स्थानीय निवासियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी नई उड़ान मिलेगी।